नई दिल्ली. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गुरुवार को आईएसआईएस झारखंड मॉड्यूल मामले में बहु-राज्यीय कार्रवाई में नौ स्थानों पर छापे मारे और क्षेत्र में आतंक फैलाने की साजिश में कथित भूमिका के लिए एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया. एजेंसी ने आज यह जानकारी दी.
एजेंसी ने कहा कि यह मामला आईएसआईएस मॉड्यूल से संबंधित है, जिसका खुलासा इस साल जुलाई में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के एक छात्र की गिरफ्तारी के साथ हुआ था. छात्र फैजान एएमयू परिसर के पास रहने के दौरान आईएसआईएस से जुड़े कट्टरपंथी व्यक्तियों के संपर्क में आया था.
एनआईए ने बताया कि बिहार के सीवान जिले, उत्तर प्रदेश के जौनपुर, आजमगढ़ और महाराजगंज जिलों, मध्य प्रदेश के रतलाम, पंजाब के लुधियाना, गोवा के दक्षिण गोवा, कर्नाटक के यादगीर और महाराष्ट्र के मुंबई में छापे मारे गए. उमर (23 वर्षीय) को आतंकी साजिश में सक्रिय भूमिका के लिए रतलाम से गिरफ्तार किया गया था, जिसमें कट्टरपंथ के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए आईएसआईएस के प्रचार-प्रसार और आतंकवाद से संबंधित विभिन्न गतिविधियों को अंजाम देने के लिए भोले-भाले युवाओं की भर्ती शामिल थी.
आईएसआईएस से संबंधित वीडियो सहित कई आपत्तिजनक सामग्री/डेटा भी जब्त किए गए थे. एनआईए ने 19 जुलाई 2023 को मामला दर्ज किया था. 20 जुलाई 2023 को एनआईए ने इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) के एक सदस्य फैजान अंसारी को गिरफ्तार किया था.
एजेंसी ने कहा, एनआईए की जांच में खुलासा हुआ था कि फैजान ने अपने सहयोगियों और अज्ञात अन्य लोगों के साथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए झारखंड आतंकी मॉड्यूल की साजिश रची थी, जिसका मकसद प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन आईएसआईएस को सक्रिय समर्थन प्रदान करके आतंकवादी गतिविधियों में सहायता करना और बढ़ावा देना था. इस साजिश का मकसद आईएसआईएस की ओर से भारत में हिंसक आतंकी हमले करना और प्रतिबंधित संगठन के लिए युवाओं की भर्ती करना था.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-सुप्रीम कोर्ट का दिल्ली में पटाखों पर बैन हटाने से इंकार, कहा- फोडऩे हैं तो किसी और राज्य जाएं