चंडीगढ़. पंजाब में एक बार फिर किसानों ने अपनी मांगों को लेकर आंदोलन शुरु कर दिया है. हाल की बाढ़ से हुए नुकसान के लिए वित्तीय पैकेज, एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी व कर्ज माफी जैसी विभिन्न महत्वपूर्ण मांगों पर संगठनों ने आज से तीन दिवसीय रेल नाकाबंदी शुरू की.
किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंढेर द्वारा घोषित इस निर्णय का अनावरण 19 अलग-अलग किसान समूहों के प्रतिनिधियों की एक महत्वपूर्ण सभा के बाद किया गया. जबकि भाग लेने वाले अधिकांश किसान संगठन पंजाब से हैं. आंदोलन को हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश व राजस्थान सहित अन्य राज्यों के किसान संगठनों से समर्थन मिला है. पंढेर का कहना है कि किसान पूरे उत्तर भारत में बाढ़ प्रभावित व्यक्तियों के लिए वित्तीय राहत पैकेज और सभी फसल श्रेणियों में न्यूनतम समर्थन मूल्य एमएसपी के लिए कानूनी रूप से बाध्यकारी आश्वासन साथ ही अन्य चीजों के अलावा व्यापक ऋण माफी की मांग कर रहे थे.
रेल रोको पंजाब के मोगा, होशियारपुर, गुरदासपुर, जालंधरए तरनतारन, संगरूर, पटियाला, फिरोजपुर, बठिंडा और अमृतसर सहित 12 स्थानों पर होगा. आंदोलन का समर्थन करने वाले किसान संगठनों में शामिल किसान मजदूर संघर्ष समिति, भारती किसान यूनियन, भारती किसान यूनियन, आजाद किसान समिति दोआबा, भारती किसान यूनियन, भारती किसान यूनियन, भारती किसान यूनियन, किसान महापंचायत हरियाणा, पगड़ी संभाल जट्टा हरियाणा, प्रगतिशील किसान मोर्चा उत्तर प्रदेश, भूमि बचाओ मुहिम उत्तराखंड और राष्ट्रीय किसान संगठन हिमाचल प्रदेश. इस महीने की शुरुआत में लगभग 100 किसानों के एक समूह ने रेलवे द्वारा भूमि अधिग्रहण के खिलाफ महाराष्ट्र के सांगली जिले में रेेल रोको विरोध प्रदर्शन किया.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-पंजाब में जब अचानक जिंदा हुआ मर चुका पुलिसकर्मी, पिता खुशी के मारे रोने बिलखने लगे
पंजाब के मुक्तसर में बड़ा हादसा: नहर में गिरी बस, 8 की मौत, 10 घायल, कई यात्री बहे
पंजाब में दर्दनाक हादसा : अमृतसर-पठानकोट हाइवे पर कार और ट्राली में टक्कर, तीन युवकों की मौत
BJP ने पंजाब की नई कार्यकारिणी घोषित की, जय इंदर कौर बनी महिला मोर्चा की प्रधान
पंजाब में दर्दनाक हादसा : लकडिय़ों से भरी ट्राली से टकराई कार, चार लोगों की मौत, 1 गंभीर