नई दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में वायु प्रदूषण की स्थित गंभीर बनी हुई है. आलम यह है कि दिल्ली-एनसीआर में लोगों को सांस लेना भी दूभर हो रहा है. ऐसे अस्थामा के मरीजों के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है. डॉक्टरों ने ऐसे मरीजों को घर में ही रहने की सलाह दी है. मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली में आनंद विहार का इलाका सबसे ज्यादा प्रदूषित दर्ज किया गया है. राष्ट्रीय राजधानी के आनंद विहार क्षेत्र में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 256 'खराब' श्रेणी में दर्ज़ किया गया है.
मौसम विभाग ने दिल्ली में वायु प्रदूषण को लेकर पहले ही चेतावनी जारी की थी कि दशहरे के बाद और भी ज्यादा प्रदूषण देखने को मिल सकता है. दिल्ली में ज्यादातर इलाकों में अब हवा में जहर घुलने लगा है. कई जगहों पर एयर क्वालिटी इंडेक्स PM 2.5 बुधवार को 190 दर्ज किया गया है. गुरुवार सुबह की बात की जाए तो यह 200 का आंकड़ा पार कर चुका है. पूरी दिल्ली की बात की जाए तो यह चिंता का विषय बन गया है क्योंकि गुरुवार को एक्यूआई 256 दर्ज किया गया.
दिल्ली यूनिवर्सिटी में सबसे ज्यादा प्रदूषण 316 रिकॉर्ड किया गया जो कि वेरी पुअर लेवल पर है. वहीं सबसे कम मथुरा रोड पर किया गया है. यहां 169 रिकॉर्ड किया गया है. बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए डॉक्टर्स ने सांस और दिल के मरीजों के लिए मॉर्निंग वॉक पर बाहर नहीं निकलने की सलाह दी है. दिल्ली और आस-पास के इलाकों में इन दिनों सुबह और शाम के वक्त गुलाबी ठंड का अहसास हो रहा है. वही सुबह के वक्त ज्यादातर इलाकों में धुंध छाई हुई है. मौसम विभाग की माने तो अगले 4-5 दिन तक मौसम का यही मिजाज बना रहेगा. हालांकि शनिवार से दिल्ली एनसीआर पर हल्के बादल बने रहने की संभावना है. फिलहाल राजधानी में बारिश की संभावना नहीं जताई जा रही है.
दिल्ली के अलावा मध्य और उत्तरी राज्यों में फिलहाल मौसम शुष्क बने रहने की आशंका है, हालांकि साइक्लोन हामून की वजह से नॉर्थ ईस्ट में भारी बारिश और आंधी की संभावना जताई गई है. नागालैंड, मिजोरम, मणिपुर, त्रिपुरा, अरुणाचल प्रदेश में भारी बारिश के आसार हैं. मौसम विभाग ने साइक्लोन के असर को देखते हुए मछुआरों को ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बांग्लादेश और म्यांमार के समुद्री क्षेत्रों में नहीं जाने की एडवायजरी जारी की है.
वहीं स्काई मेट वेदर रिपोर्ट के मुताबिक अगले 24 घंटे में पश्चिम बंगाल, तटीय ओडिशा, कोस्टल आंध्र प्रदेश, अंडमान और निकोबार के साथ-साथ लक्षद्वीप में भी भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है. हालांकि उत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में न्यूनतम तापमान में और भी गिरावट देखने को मिल सकती है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-