कोलकाता। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राशन घोटाला मामले में लंबी पूछताछ के बाद गुरुवार देर रात पश्चिम बंगाल के मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक को गिरफ्तार कर लिया। ईडी की टीम गुरुवार सुबह घोटाले की जांच के सिलसिले में कोलकाता के साल्ट लेक में स्थित मलिक के आवास पर पहुंची। इसके बाद ईडी अधिकारियों ने ज्योतिप्रिय मलिक से पूछताछ शुरू की, जो देर रात तक जारी रही। बाद में ईडी ने कथित भ्रष्टाचार के मामले में उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
ईडी ने आधिकारिक बयान में कहा कि पश्चिम बंगाल के मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक को राशन वितरण में भ्रष्टाचार के कथित मामले में गिरफ्तार किया गया है। वहीं, गिरफ्तारी के बाद जब ईडी के अधिकारी केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) के जवानों की मदद से मंत्री मलिक को ले जा रहे थे तो मीडियाकर्मी उनके आसपास जमा हो गए। इस दौरान मलिक ने कहा कि उन्हें बड़ी साजिश का शिकार बनाया गया है। ज्योतिप्रिय मलिक वर्तमान में बतौर राज्य मंत्री वन विभाग का जिम्मा संभाल रहे हैं। इससे पहले उनके पास खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग का प्रभार था।
टीएमसी नेता मलिक के कोलकाता के साल्ट लेक स्थित आवास पर गुरुवार सुबह ईडी ने छापेमारी शुरू की थी। एक अधिकारी ने बताया था कि ईडी के अधिकारियों ने करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार के मामले में मंत्री के आवास की तलाशी ली। केंद्रीय बल के जवानों के साथ मिलकर ईडी ने मंत्री के दो फ्लैटों पर छापेमारी की थी। मलिक के साथ-साथ उनके पूर्व निजी सहायक के आवास सहित आठ अन्य फ्लैटों पर भी तलाशी की गई थी। हालांकि, छापेमारी के दौरान मंत्री घर पर मौजूद नहीं थे।
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