नई दिल्ली. दिल्ली की हवा लगातार जहरीली होती जा रही है. इन्हीं सब वजहों के चलते दिल्ली सरकार ने कई तरह के प्रतिबंध लगाना शुरू कर दिए हैं. जिसमें हरियाणा से डीजल बसों के प्रवेश पर प्रतिबंध और सीएनजी बसों में बढ़ोतरी शामिल हैं. इसके साथ ही दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बुधवार को कहा कि तापमान में गिरवाट और शांत हवाओं के चलते अलगे 15 दिन राजधानी के लिए काफी अहम हैं.
आज (गुरुवार) सुबह दिल्ली में समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 343 मापा गया. जो 'बहुत खराब' श्रेणी में है. मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक दिल्ली की खराब हवा के लिए मौसम की स्थिति जिम्मेदार है. साथ ही उनका कहना है कि ये स्थितियां अगले कुछ दिनों तक बनी रह सकती हैं.
गुरुवार सुबह नोएडा का समग्र एक्यूआई 397 दर्ज किया गया. इससे पहले बुधवार सुबह 10 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 372 मापा गया. दिल्ली के कई इलाकों में एक्यूआई काफी ज्यादा रहा. बता दें कि एक्यूआई शून्य से 50 के बीच 'अच्छा' माना जाती है. जबकि 51 से 100 के बीच संतोषजनक' जबकि 101 से 200 के बीच के एक्यूआई को 'मध्यम' और 201 से 300 के बीच 'खराब' माना जाता है. वहीं 301 से 400 के बीच के एक्यूआई को 'बहुत खराब' की श्रेणी में रखा जाता है. जबकि 401 से 500 के बीच के एक्यूआई को 'गंभीर' माना जाता है.
दिल्ली के पर्यावण मंत्री गोपाल राय ने बुधवार को कहा कि जिन इलाकों में एक्यूआई लगातार पांच दिनों तक 400 अंक से अधिक हो वहां एक किमी के दायरे में निर्माण कार्य पर रोक लगाई जाएगी. इसके साथ ही सार्वजनिक परिवहन से वाहन प्रदूषण को कम करने के लिए कम से कम 1,000 निजी सीएनजी बसों को अनुबंध के तहत लगाए जाने की बात कही है. राय ने कहा कि, "वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) के निर्देशों के अनुसार 1 नवंबर से दिल्ली में डीजल बसों का प्रवेश बंद कर दिया गया है. इसके लिए कुल 18 टीमों का गठन किया गया है." उन्होंने राज्य सरकारों से अनुरोध किया कि वे अपने डिपो से केवल सीएनजी, इलेक्ट्रिक या बीएस-6 बसें ही चलाएं, जिससे यात्रियों को कोई परेशानी न हो.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-