यक्ष पति साधना- यह साधना धन की प्राप्ति के लिए की जाती है. और धन की चाह रखने बालो को यह साधना जरूर करना चाहिये ,नए साधकों को हम यह बता दें, की सभी देवी देवताओं की साधना करने का ढंग एक जैसा होता है. जैसे कि चित्र या मूर्ति की स्थापना करना, देवता से संबंधित फूल और चंदन अर्पित करना, धूप दीप चावल और भोग आदि चढ़ाना, उसके बाद विनियोग ध्यान फिर मंत्र का जाप करना ,यह साधना निर्धनता मिटाने के लिए है. और उत्तम साधना है.
विनियोग_-_- ॐ अस्य कुबेर मंत्रस्य विश्रवा ऋषिः ,वृहतो छन्दः, शिवमित्र, धनेश्वरी देवता, ममाभिष्ट सिद्धयर्थे जपे विनियोगः
ध्यान_-_- मनुज बाह्य विमान वर स्थितं,
गरुड़ रत्न निभं विधि नायकम्.
शिव सखं मुकुटादि विभूषितं,
कर गदे दधतं तुन्दिलम्..
मंत्र_-_- ॐ श्रीं ॐ ह्रीं श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः..
लाख या सवा लाख मंत्र जाप होने के बाद साधक को अनोखी शक्तियों का अनुभव होने लगता है. यही सिद्धि होती है. हमें यह बताना इसलिए आवश्यक हो गया है. क्योकि नए साधक हमारे द्वारा लिखी हुई साधना को हमारी प्रस्तुति मैं अधूरा पन ना लगे, हमारा उद्देश्य यहां केवल मंत्र देना नहीं है. प्रत्येक साधना में या सिद्धि में मंत्र ही महत्वपूर्ण होता है. बिना मंत्रों के सिद्धि प्राप्त नहीं की जा सकती, और बिना मंत्र जप के सिद्धि के समीप नहीं पहुंचा जा सकता या यह कह सकते हैं की बिना मंत्र जप के सिद्धि पाना असंभव है. दिन आप अपनी सुविधा अनुसार, शुभ काल का ज्ञान करते हुए किसी भी दिन से कर सकते हैं, पर हमारा मानना है कि अगर मंगलवार से चालू करते हैं तो बहुत उत्तम है. माला रूद्राक्ष की ले सकते हैं. मंत्र जप करने से पहले एक माला गं गणेशाय नमः, एक माला ॐ भैरवाय नमः, एक माला ॐ नमः शिवाय, एक माला ॐ गुरुदेवाय नमः करने के पश्चात कुछ देर करीब 5 मिनट अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करें. और आज्ञा चक्र पर कुबेर जी को देखने की कोशिश करें. उसके बाद मंत्र जाप करें यही प्रक्रिया मंत्र समाप्ति पर भी करना है. हम आशा करते हैं. इस साधना द्वारा आपकी आर्थिक समस्या लगभग दूर हो जाएगी.
Astro nirmal
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-जन्म कुंडली में डॉक्टर बनने के ज्योतिष के कुछ योग
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