नई दिल्ली. दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर गंभीर बना हुआ है. बुधवार को मामूली सुधार के एक दिन बाद ही फिर से गंभीर' श्रेणी में वापस आ गई है. कई इलाके ऐसे हैं जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक रिकॉर्ड तोड़ रहा है. इससे लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है. फेफड़े-आंख से लेकर दिल और दिमाग तक प्रदूषण सबको प्रभावित कर रहा है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार शहर का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) सुबह 6 बजे 418 दर्ज किया गया. लोदी रोड, जेएलएन स्टेडियम, सिरी फोर्ट, अरबिंदो मार्ग और दिलशाद गार्डन जैसे कुछ स्टेशनों को छोड़कर लगभग सभी स्टेशनों पर AQI "गंभीर" श्रेणी में दर्ज किया गया. आनंद विहार, द्वारका, शादीपुर, मंदिर मार्ग, आईटीओ, आर के पुरम, पंजाबी बाग, नॉर्थ कैंपस, मथुरा रोड, रोहिणी, पटपड़गंज, ओखला, इंडिया गेट, मुंडका सहित कई हवाई निगरानी स्टेशनों पर सुबह 6 बजे AQI 400 से ऊपर दर्ज किया गया.
आनंद विहार में AQI 452, आरके पुरम में 433, पंजाबी बाग में 460 और ITO में 413 दर्ज किया गया. इस बीच, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) ग्रेटर नोएडा 474 एक्यूआई के साथ 'सबसे प्रदूषित' रहा. जबकि गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में सुबह 6 बजे हवा की गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में दर्ज की गई.
कल रात 10 बजे, दिल्ली के आनंद विहार में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) दिवाली से पहले ही 999 तक पहुंच गया, जो खतरनाक श्रेणी में है. राष्ट्रीय राजधानी में बिगड़ती वायु गुणवत्ता के बीच पराली जलाने पर रोक लगाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान सरकारों को फटकार लगाई. एक अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि जैसे ही गुरुग्राम और फरीदाबाद में हवा की गुणवत्ता खराब हुई, हरियाणा परिवहन आयुक्त ने BS-III पेट्रोल और BS-IV डीजल श्रेणी के वाहनों के चलने पर प्रतिबंध लगा दिया है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-