Delhi Pollution: हल्की बारिश में धुला दिल्ली-NCR का प्रदूषण, बारिश के बाद 100 से नीचे आया AQI

Delhi Pollution: हल्की बारिश में धुला दिल्ली-NCR का प्रदूषण, बारिश के बाद 100 से नीचे आया AQI

प्रेषित समय :08:58:46 AM / Fri, Nov 10th, 2023
Reporter :
Whatsapp Channel

नई दिल्ली. दिल्ली-एनसीआर में गुरुवार देर रात और शुक्रवार सुबह झमाझम बारिश हुई. बारिश के चलते जहरीली हवा में सुधार देखने को मिला है. बारिश के बाद दिल्ली-एनसीआर के अलग-अलग हिस्सों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) दर्ज किया गया है. जो कि पहले से बहुत कम है. दिल्ली के आनंद विहार इलाके में AQI लेवल 175, सेंट्रल दिल्ली में 109, नई दिल्ली में 93, लोधी रोड में 159, गुरुग्राम में 78, ग्रेटर नोएडा में 66 और नोएडा में 168 AQI लेवल दर्ज किया गया है.

देर रात और सुबह में हुई बारिश के बाद दिल्ली में प्रदूषण कम हो गया है. दिल्ली-एनसीआर में जो वायु प्रदूषण की धुंध छाई रहती थी. वह धुंध अब एकदम साफ हो गई है. समाचार एजेंसी एएनआई ने दिल्ली के जिया सराय, मुनिरका और आउटर रिंग रोड का एक वीडियो जारी किया है. इस वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि दिल्ली की आबोहवा में बहुत सुधार हुआ है. जो पेड़ पहले धुंध में दिखते नहीं थे. वह अब बारिश के बाद एक दाम साफ और हरे दिखाई दे रहे हैं. दिल्ली का वातावरण भी एकदम साफ हो गया है.

खराब वायु गुणवत्ता से निपटने के लिए राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में केजरीवाल सरकार कृत्रिम बारिश कराने को लेकर चर्चा कर रही थी. उसके पहले ही दिल्ली में नेचुरल बारिश हो गई. दरअसल दिल्ली के अलावा नोएडा, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा में गुरुवार और शुक्रवार की दरमियानी रात से ही हल्की से तेज बारिश हो रही है. सफर इंडिया की वेबसाइट के मुताबिक फिलहाल दिल्ली का एक्यूआई पिछले कई दिनों के बाद पहली बार 400 के नीचे आ गया है. कर्तव्य पथ और दिल्ली-नोएडा सीमा पर हल्की से मध्यम तीव्रता की बारिश दिखाई दे रही है. दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति को कम करने के लिए ‘कृत्रिम बारिश’ के विचार को लागू करने के दिल्ली सरकार की चल रही कोशिशों के बीच दिल्ली-NCR में बारिश हुई है. वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए दिल्ली में कृत्रिम बारिश कराने पर दो चरण की पायलट स्टडी पर दिल्ली सरकार को लगभग 13 करोड़ रुपये का खर्च आएगा.

पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने गुरुवार को शहर में कृत्रिम बारिश को लेकर मुख्य सचिव नरेश कुमार को निर्देश दिए. सचिव को निर्देश दिया गया कि वह आईआईटी कानपुर के साथ समन्वय कर एक प्रस्ताव तैयार करें और कल सुनवाई से पहले शपथ पत्र के जरिये इसे सुप्रीम कोर्ट में पेश करें. उन्हें 15 नवंबर तक केंद्र और यूपी सरकार से जरूरी अनुमति के लिए अनुरोध करने का भी निर्देश दिया गया है. जिससे पायलट अध्ययन का पहला चरण 20-21 नवंबर को ‘कृत्रिम बारिश’ से पहले किया जा सके. सुप्रीम कोर्ट के इसके असरदार होने की समीक्षा करने और आदेश जारी करने के बाद दिल्ली में ऑड-ईवन कार राशनिंग योजना लागू की जाएगी. साथ ही वायु प्रदूषण से निपटने के लिए 20 नवंबर के आसपास क्लाउड सीडिंग के माध्यम से कृत्रिम बारिश का प्रयास किया जाएगा.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-