नई दिल्ली. बीते दो दिनों तक दिल्ली का वातावरण बहुत अच्छा था. हवा की गुणवत्ता काफी हद तक सुधर गई थी, लेकिन एक बार फिर यहां प्रदूषण का संकट गहरा गया है. दिल्ली में दिवाली के बाद हवा की गुणवत्ता एक बार फिर खतरनाक स्तर को छू गई है. इस समय दिल्ली में एक्यूआई 435 के पार चला गया है. वहीं नोएडा में एक्यूआई 418 और गुरुग्राम में 391 तक पहुंच गई है. इसके चलते एक बार फिर से लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में परेशानी का एहसास होने लगा है.
प्रदूषण पर नजर रखने वाली वेबसाइट सफर की रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार की सुबह छह बजे दिल्ली में ओवरऑल एक्यूआई 435 दर्ज किया गया है. यह आंकड़ा स्वास्थ्य की दृष्टि से सिवीयर कैटेगरी में है. इस वेबसाइट के मुताबिक दिल्ली के साथ ही एनसीआर के शहरों की हवा में भी बुरी तरह जहर घुल चुका है. दिल्ली एयरपोर्ट पर मंगलवार की सुबह AQI 469 दर्ज किया गया, जबकि पूसा में AQI 572 के पार पहुंच गया. वहीं IIT दिल्ली के आस पास 488 और लोधी रोड पर AQI 440 दर्ज किया गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली विश्वविद्यालय में AQI 413 रिकार्ड हुआ है. वहीं मथुरा रोड पर 372 और धीरपुर में AQI 355 तथा आयानगर में 395 AQI दर्ज किया गया है. वहीं एनसीआर के शहरों में नोएडा में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 418 दर्ज हुआ है, जबकि गुरुग्राम में 391 एक्यूआई रिकार्ड हुआ है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के मुताबिक इन आंकड़ों के साथ दिल्ली एनसीआर की हवा सिवीयर कैटेगरी में है. यह स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है.
अधिकारियों के मुताबिक कई इलाकों में लोगों को आंखों में जलन और सांस लेने में परेशानी की दिक्कतें भी आई हैं. भले ही सुप्रीम कोर्ट की रोक है, लेकिन दिवाली पर पूरे दिल्ली एनसीआर में जमकर आतिशबाजी हो रही है. माना जा रहा है कि इसके चलते प्रतूषण का स्तर तेजी से खराब हुआ है. रविवार की देर रात से ही प्रदूषण बढ़ना शुरू हुआ है और मंगलवार की सुबह तक बदस्तूर जारी है. दिल्ली सरकार की ओर से कहा गया है कि AQI यदि 450 के पार जाता है तो दिल्ली में गाड़ियों के लिए ऑड इवन फार्मूला लागू कर दिया जाएगा. अब चूंकि दिल्ली का प्रदूषण इस आंकड़े को पार कर गए है, ऐसे में उम्मीद है कि आज या कल में दिल्ली में इस फार्मूले पर अमल शुरू हो जाएगा.
दिल्ली पुलिस ने शहर भर में दिवाली की रात पटाखों पर प्रतिबंध के उल्लंघन के लिए 40 मामले दर्ज किए हैं. सुप्रीम कोर्ट ने 2018 में वायु और ध्वनि प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए पारंपरिक पटाखे फोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया. CPCB के अनुसार गाजियाबाद में वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में बनी हुई. सीपीसीबी के आंकड़ों से पता चला कि सुबह 5 बजे नोएडा सेक्टर-125 में वायु गुणवत्ता सूचकांक 406 (गंभीर) था. नोएडा सेक्टर-62 में, AQI 377 (बहुत खराब) दर्ज किया गया और बाद में दिन में ‘गंभीर’ होने की संभावना है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-