ऐक्टर:अगस्त्य नंदा,खुशी कपूर,सुहाना खान,वेदांग रैना,मिहिर आहूजा,डेलनाज ईरानी
डायरेक्टर : जोया अख्तर
श्रेणी:Hindi, Drama, Musical, Comedy
अवधि:2 Hrs 21 Min
इस फिल्म के जरिए तीन स्टार किड्स को एक साथ लॉन्च कर दिया गया है. यह लॉन्चिंग की है, डायरेक्टर जोया अख्तर ने और फिल्म का नाम 'द आर्चीज' है. फिल्म के जरिये शाहरुख खान की बिटिया सुहाना खान, बोनी कपूर और श्रीदेवी की बेटी खुशी कपूर और अमिताभ बच्चन के नाती अगस्त्य नंदा को लॉन्च किया गया है. फिल्म मशहूर कॉमिक्स पर बनी है.
कहानी: फिल्म की कहानी 1964 के भारत में रिवरडेल नाम के एक काल्पनिक हिल स्टेशन की है। यह आर्ची और उसके दोस्तों की यारी, उनके रोमांस और सामाज को लेकर जिम्मेदारी के एहसास और इसे निभाने की कवायद को दिखाती है। कहानी में एक पार्क है, जो आर्ची और उसके दोस्तों की पसंदीदा जगह है। इस पार्क को तोड़कर वहां डेवलपर्स एक आलीशान होटल बनाना चाहते हैं। युवा दोस्तों की टोली इसके खिलाफ मैदान में उतरती है। आगे क्या होता है, कहानी इसी के इर्द-गिर्द बुनी गई है।
आर्ची इस दुनिया के सबसे मनमोहक कॉमिक कैरेक्टर्स में से है। ऐसे में यहां नए चेहरों की भीड़ लुभाती भी है। अमीर और बिगड़ैल वेरोनिका लॉज की भूमिका में सुहाना खान हैं, जो अपने बिजनेस मैन पिता की चतुराई और दोस्तों के लिए वफादारी के बीच फंसी है। वह इसमें एक प्यारी और साहसी लड़की का किरदार निभाती हैं। कन्फ्यूज्ड आर्ची के रूप में अगस्त्य नंदा आकर्षक लगते हैं, जो केवल दिखावे के लिए जीवन जीते हैं। लेकिन उसे यह समझना पड़ता है कि 'सब कुछ राजनीति है', और वह वेरोनिका या बेट्टी के बीच किसी को नहीं चुन सकता। खुशी कपूर ने बेट्टी के रोल में असरदार काम किया है। वह इमोशनल सीन्स में ज्यादा उभरकर आती हैं। रेगी के किरदार में वेदांग रैना और एथेल के रोल में डॉट प्रभावशाली हैं। जगहेड की भूमिका में मिहिर आहूजा क्यूट लगते हैं। डिल्टन के रूप में युवराज मेंडा, एक बेवकूफ टीनएज लड़के की भूमिका में अच्छे लगे हैं। कुल मिलकार इन सभी नए-नवेले एक्टर्स को स्क्रीन पर खुद को संवारने का पूरा मौका मिला है।
फिल्म की एक बड़ी समस्या ये है कि अपने दूसरे भाग में इसकी स्पीड धीमी पड़ जाती है। जबकि कहानी में पार्क के लिए बढ़ते संघर्ष के साथ इसमें और तेजी आनी चाहिए थी। ऐसे में यही लगता है कि यहां मामला थोड़ा और मनोरंजक होना चाहिए था। कहानी में जो समाधान निकाला गया है, या दिखाया गया है वो सुविधाजनक हैं, इसे और बेहतर बनाया जा सकता था।
जोया अख्तर ने कई बड़ी फिल्में बनाई हैं और कई शानदार किरदार हिंदी सिनेमा को दिए हैं. द आर्चीज के जरिये वह स्टार किड्स का कोई भला करती नजर नहीं आ रही हैं. इस तरह जोया अख्तर से काफी उम्मीद थी, लेकिन उन्होंने हर मोर्चे पर निराश किया है. ये तो शुक्र है कि फिल्म ओटीटी पर रिलीज हो रही है. अगर यह फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज होती तो इसका हश्र समझा जा सकता था.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-