नई दिल्ली. संसद में बुधवार को बड़ी चूक सामने आई. लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दो शख्स सदन में कूद गए. उन्होंने कुछ स्प्रे भी किया, जिसके बाद सदन में अफरातफरी मच गई. सांसदों ने इस घटना को सुरक्षा में बड़ी चूक करार दिया. इस बीच जानकारी सामने आई है कि जिस सांसद के पास पर एक आरोपी की संसद में एंट्री हुई वो प्रताप सिम्हा हैं. वह बीजेपी के नेता हैं. सांसद प्रताप सिम्हा के रिफरेंस पर पास बना था. पास पर नीचे सांसद का नाम लिखा है. प्रताप सिम्हा कर्नाटक के मैसूर से सांसद हैं. वह दूसरी बार संसद पहुंचे हैं. आरोपी का नाम सागर है. वह पुलिस की गिरफ्त में है.
प्रताप सिम्हा की बात करें तो उनके पास पत्रकारिता में मास्टर डिग्री है. 2011 में उन्हें पत्रकारिता के लिए प्रतिष्ठित राज्योत्सव पुरस्कार मिला था. वह यह पुरस्कार पाने वाले सबसे कम उम्र के पत्रकार हैं. वह पीएम मोदी पर किताब भी लिख चुके हैं. उन्होंने 13 साल पत्रकारिता भी की. वो अपनी तेजतर्रार हिंदुत्व राजनीति के लिए जाने जाते हैं. वो कर्नाटक के युवा मोर्चा भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष हैं.
प्रताप सिम्हा का जन्म कर्नाटक के खूबसूरत हिल स्टेशनों में से एक सकलेशपुर में हुआ था. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत विजया कर्नाटक समाचार पत्र में एक पत्रकार के रूप में की, जो कर्नाटक में प्रकाशित एक दैनिक मेल था. जल्द ही वह अपने कॉलम बेट्टाले जगत्तु (नग्न दुनिया) के लिए सुर्खियों में आ गए थे जो दुनिया के प्रति तेज और आलोचनात्मक दृष्टिकोण से भरा था. आगे साल 2008 में, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक जीवनी लिखी जिसका शीर्षक था नरेंद्र मोदी- यारू थुलियादा हादी शीर्षक से एक जीवनी लिखी थी.
वह 2014 में राजनीति में शामिल हुए और जल्द ही बीजेपी युवा मोर्चा के अध्यक्ष बन गए. उन्होंने 2014 में मैसूर निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ा और अपने प्रतिद्वंद्वी पर 32000 वोटों के भारी अंतर से जीत हासिल की. ??वह भारतीय प्रेस परिषद के सदस्य भी हैं. सदन में दर्शक दीर्घा से नीचे कूदने वाले दो लोगों को पकडऩे वाले कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला ने घटना के बारे में बताया है. उन्होंने कहा कि उसके हाथ में कुछ था जिससे पीला रंग का धुआं निकल रहा था. मैंने उसे छीन लिया और बाहर फेंका. यह एक बड़ा सुरक्षा उल्लंघन है.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-दिल्ली सरकार का ऐलान: विंटर वेकेशन में केवल 6 दिनों के लिए बंद रहेंगे स्कूल