नई दिल्ली. किसी भी देश की संसद उस देश की सबसे सुरक्षित जगहों में से एक मानी जाती है, हालांकि बुधवार को संसद हमले की 22वीं बरसी के मौके पर एक बार फिर संसद की सुरक्षा में भारी चूक देखने को मिली. दर्शक दीर्घा से दो लोग कक्ष में कूद गए और इसके बाद उन्होंने वहां जमकर हंगामा किया.
इस घटना ने एक बार फिर संसद की सुरक्षा व्यवस्था को सवालों के घेरे में ला दिया है. सुरक्षा व्यवस्था में हुई इस चूक के मद्देनजर एक बार फिर से संसद के सिक्योरिटी सिस्टम को मजबूत करने को लेकर कदम उठाए हैं, जिनके तहत अब संसद में प्रवेश पर बॉडी स्कैनर्स का इस्तेमाल किया जाएगा. सूत्रों की मानें तो इस घटना के बाद अब सांसदों के निजी सहायकों के संसद में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है, साथ ही दर्शकों का संसद में प्रवेश भी निलंबित कर दिया गया है.
नए प्रोटोकॉल के तहत अब सांसदों और स्टाफ सदस्यों को अलग गेट और प्रेस को अलग गेट से एंट्री करना शामिल है. इसके अलावा अन्य आने-जाने वाले लोगों को चौथे गेट से एंट्री दी जाएगी. कोई शख्स फिर से कक्ष में ना कूद जाएग इसके लिए दर्शक दीर्घा और कक्ष के बीच शीशा लगाया जाएगा. बता दें कि 2001 में संसद भवन पर आज ही के दिन आतंकी हमला हुआ था. इस हमले को दो आतंकबादी समूहों ने अजांम दिया था. हमले में आठ कर्मचारी समेत कुल नौ लोग मारे गए थे. इस हमले के बाद संसद की थ्री लेयर सिक्योरिटी को फोर लेयर सिक्योरिटी में बदला गया था.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-