इस्लामाबाद. पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा है कि पाकिस्तान की बुरी हालत के लिए भारत, अफगानिस्तान या अमेरिका जिम्मेदार नहीं है. पाकिस्तान ने खुद अपने पैर पर कुल्हाड़ी मारी है.
लाहौर में अपनी पार्टी पीएमएल-एन के एक समारोह में नवाज ने कहा- सेना ने 2018 के चुनाव में धांधली करके देश पर एक सरकार थोप दी. यही सरकार नागरिकों की परेशानी और देश की आर्थिक स्थिति धराशायी होने का कारण बनी.
नवाज शरीफ ने कहा- देश के जज सेना के तानाशाहों के कानून तोडऩे पर माला पहनाकर उनका स्वागत करते हैं. उनके फैसलों को सही ठहराते हैं. इसके बाद उन्हीं तानाशाहों के कहने पर प्रधानमंत्री को पद से हटा दिया जाता है. कोर्ट में जज संसद को भंग करने का फैसला सुना देते हैं.
नवाज बोले- सेना ने मुझे हटाया, वो अपनी पसंद का पीएम चुनना चाहती थी
नवाज ने आगे कहा- 1999 में एक सुबह प्रधानमंत्री था और फिर शाम आते तक मुझे हाइजैकर घोषित कर दिया गया. इसी तरह 2017 में अपने बेटे से तनख्वाह न लेने पर मुझे दोषी ठहराते हुए पद से हटा दिया गया. नवाज ने बिना नाम लिए इमरान खान पर तंज कसते हुए कहा- सेना ने ये फैसला लिया, क्योंकि अपनी पसंद के व्यक्ति को सत्ता में लाना चाहती थी. नवाज ने 2017 में सत्ता से बेदखल किए जाने के लिए पाकिस्तान के पूर्व ढ्ढस्ढ्ढ प्रमुख जनरल फैज हामिद को जिम्मेदार ठहराया. नवाज ने कहा- फैज और कई दूसरे लोगों ने कहा था कि अगर नवाज जेल से बाहर आ गए तो उनकी 2 साल की मेहनत बर्बाद हो जाएगी. अब उन लोगों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में एक मामला खोला गया है.
नवाज ने कहा था- कारगिल जंग का विरोध करने पर मुझे सत्ता से हटाया गया था
बता दें कि नवाज शरीफ इकलौते ऐसे पाकिस्तानी हैं, जो 3 बार देश के प्रधानमंत्री रह चुके हैं. उन्होंने इससे पहले भी भारत से रिश्तों को लेकर बयान दिया था. नवाज ने कहा था- मुझे 1999 में सत्ता से इसलिए बेदखल कर दिया गया था, क्योंकि मैंने सेना के कारगिल प्लान का विरोध किया था. मुझे इस बात की वजह जानने का हक है कि मुझे 1993 और 1999 में सत्ता से क्यों हटा दिया गया था. पूर्व प्रधानमंत्री ने आगे कहा- मैंने कारगिल प्लान के लिए कहा था कि ये सही नहीं है. इस पर तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल परवेज मुशर्रफ ने मुझे निकलवा दिया. बाद में मेरी बात सही साबित हुई थी. हमारी सरकार ने हर क्षेत्र में काम किया था. मेरे कार्यकाल के दौरान भारत के 2 प्रधानमंत्री वाजपेयी और मोदी पाकिस्तान आए थे.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-