नई दिल्ली. देश में एक बार फिर से बढ़ते कोरोना मामलों और कोरोना के नए वेरिएंट जेएन.1 का पता चलने के बाद स्वास्थ्य मंत्रालय एक्टिव मोड में आ गया है. बुधवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने सभी अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस दौरान उन्होंने अस्पतालों को हर तीन महीने में एक बार मॉक ड्रिल कराने का निर्देश दिया. विभिन्न राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामलों और इस पर काबू पाने के लिए चल रही तैयारियों का जायजा लेने के लिए स्वास्थ्य मंत्री ने बुधवार को वर्चुअल बैठक की.
बैठक के दौरान उन्होंने कहा, ‘अस्पतालों में तैयारियों का जायजा लेने के लिए मॉकड्रिल बढ़ाने की जरूरत है. साथ ही निगरानी तेज और लोगों को जागरूक भी करना होगा.’ उन्होंने राज्य सरकारों से कहा कि उन्हें सतर्क होना होगा मगर बढ़ते मामलों से चिंता की कोई बात नहीं है.'
कोरोना के मामलों पर अपडेट देते हुए स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि बुधवार को देश में कोरोना के 341 नए मामले सामने आए. इसी के साथ देश में कोरोना संक्रमितों के एक्टिव केस बढ़कर 2669 हो गई हैं. नए मामलों में सबसे अधिक 300 केस केरल से सामने आए. कोरोना के कारण केरल में 3 लोगों की मौत भी हुई है.
कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए तमाम राज्य सरकारों ने गाइडलाइंस जारी कर दी हैं. चंडीगढ़ प्रशासन ने लोगों को मास्क पहनने की हिदायद ही है और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचने की भी सलाह दी है. वहीं दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कोरोना के मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि दिल्ली सरकार कोरोना से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. हमने अधिकारियों से कहा है कि दिल्ली सरकार जीनोम सीक्वेंसिंग की निगरानी कराएगी. वहीं, राजस्थान सरकार ने चिकित्सा विभाग को कोरोना को लेकर सतर्कता बरतने और एहतियातन आवश्यक तैयारियां करने के निर्देश दिए हैं.
कोरोना वायरस की एक नई लहर की आहट दुनियाभर में मिल रही है. कोरोना का नया वेरिएंट JN.1 तेजी से फैल रहा है. चीन, सिंगापुर, अमेरिका और भारत समेत करीब 40 देशों में ये पहुंच चुका है. ये सब वेरिएंट दूसरे स्ट्रेन की तुलना में ज्यादा तेजी से फैलता है. इस वजह से दुनिया को ज्यादा डरा रहा है. यह वेरिएंट कितना खतरनाक है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि WHO ने इस वायरस को निगरानी सूची में रखा है.
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