वाशिंगटन. इजराइल-हमास वॉर के बीच लाल सागर में हूती विद्रोहियों के हमले बढ़ते ही जा रहे हैं. यमन के हूती विद्रोही लगातार लाल सागर से गुजरने वाले जहाजों को टारगेट कर रहे हैं. रविवार को भी हूती विद्रोहियों ने एक जहाज को हाईजैक करने की कोशिश की. इस जहाज को हूती विद्रोहियों ने 4 नावों से घेर लिया और फायरिंग की, लेकिन अमेरिकी हेलिकॉप्टरों ने इन नावों को डुबो दिया. इस तरह अमेरिका ने लाल सागर में यमन के हूती विद्रोहियों को सबक सिखाया और उन्हें चेताया कि वे समय रहते संभल जाएं, नहीं तो अमेरिकी सेना अपनी कार्रवाई करेगी.
जहाज के कैप्टन ने मैसेज भेज हमले के बारे में बताया
मिली जानकारी के अनुसार, हूती विद्रोहियों ने मेर्स्क हांग्जो जहाज पर कब्जा करने की कोशिश की. उन्होंने 4 नावों के जरिए कंटेनर जहाज को घेर लिया और उस पर चढऩे की कोशिश करने लगे. नावें जहाज के काफी करीब पहुंच गई थीं, लेकिन जहाज के कैप्टन ने एक संदेश भेजा, जो अमेरिकी सेना को मिला. अमेरिकी सेना ने अपने युद्धपोत को जानकारी दी और वहां से एक हेलीकॉप्टर जहाज की मदद के लिए उड़ा. उक्त हेलिकॉप्टर ने जहाज की लोकेशन ट्रेस की और मौके पर पहुंचकर नावों को डुबो दिया. इस दौरान हूतियों ने हेलीकॉप्टर पर भी फायरिंग की.
अमेरिकी हेलिकॉप्टर की निगरानी में आगे बढ़ा जहाज
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, हमला सुबह करीब साढ़े 6 बजे किया गया. नाव में बड़ी बंदूकें लगी थीं और छोटे हथियारों से भी हमला किया जा रहा था. अमेरिकी सेना की कार्रवाई में 3 नावों में सवार हूती विद्रोही मारे गए. एक नाव में सवार हूती विद्रोही भागने में कामयाब रहे. जिस जहाज मेर्स्क हांग्जो को हाईजैक करने की कोशिश की गई, वह सिंगापुर में रजिस्टर्ड है. इसका स्वामित्व डेनिश फर्म के पास है. वहीं जहाज पर हमले के बाद कंपनी ने अपने जहाज को आगे बढऩे से रोक दिया, लेकिन अमेरिकी हेलिकॉप्टर की निगरानी में जहाज को उसके गंतव्य की ओर रवाना किया गया. यूएस सेंट्रल कमांड के अनुसार, गत 19 नवंबर से 31 दिसंबर तक लाल सागर में हूती विद्रोहियों का यह 23वां हमला था.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-