पलपल संवाददाता, रतलाम. उत्तरप्रदेश के अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा उत्सव को लेकर जगन्नाथपुरी मठ के शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती ने अहम बयान दिया है. उन्होंने कहा कि मोदी लोकार्पण करेंगे, मूर्ति को स्पर्श करेंगे. मैं वहां ताली बजाकर जय-जय करूंगा. मुझे अपने पद की गरिमा का ध्यान है. इसलिए मेरा जाना उचित नहीं है. राजनेता अपने दांव खेलते रहते हैं.
शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती त्रिवेणी मेला में शामिल होने रतलाम पहुंचे इस दौरान उन्होने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि मोदी नमन, मिलन, दमन, अंकन, गमन इन सभी कूटनीति में माहिर हैं. उनकी कूटनीति को समझना काफी कठिन है. अयोध्या जाने के निमंत्रण को लेकर शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती ने कहा कि मैं मठ में बहुत दिन से गया नहीं हूं. निमंत्रण आया भी है तो एक व्यक्ति के साथ आने का है. लेकिन मैं 100 लोगों के साथ भी नहीं जाऊंगा. मुझे अपने पद की गरिमा का ध्यान है. शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती आज दोपहर रतलाम से नागदा के लिए रवाना हुए. नागदा से ट्रेन से वह रायपुर जाएंगे. उन्होंने भक्तों को दीक्षा भी दी. भक्तों ने आशीर्वाद लेकर हिंदू राष्ट्र बनाने के नारे भी लगाएं.
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