नई दिल्ली. इंडियन नेवी चीफ एडमिरल आर हरि कुमार ने अडाणी की कंपनी द्वारा डेवलप किए गए Drishti 10 Starliner ड्रोन से पर्दा उठाया. यह एक स्वदेशी अनमैन्ड एरियल व्हीकल है जिसे अडाणी डिफेंस और एयरोस्पेस ने कंपनी के हैदराबाद स्थित एयरोस्पेस पार्क में बनाया है. कंपनी का कहना है कि यह ड्रोन हैदराबाद से गुजरात के पोरबंदर के लिए उड़ान भरेगा. वहां इसकी तैनाती नौसेना के ऑपरेशंस के लिए की जाएगी.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अडाणी ने बताया कि दृष्टि 10 स्टारलाइनर एक एडवांस्ड इंटेलिजेंस, सर्विलांस और रीकॉन्सेंस प्लेटफॉर्म है. यह 36 घंटे की एंडुरेंस क्षमता रखता है और 450 किलोग्राम वजन को ढो सकता है. हर मौसम और स्थिति में उड़ान भरना इसकी सबसे बड़ी खूबी है. अडाणी का ड्रोन STANAG 4671 सर्टिफिकेशन के साथ आता है, और दोनों तरह के हवाई क्षेत्र में उड़ान भरने में सक्षम है.
सरकार भारतीय सैन्य क्षमता को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में तेजी से काम कर रही है. इसलिए भारतीय डिफेंस कंपनियों के साथ मिलकर काम किया जा रहा है. अडाणी द्वारा डेवलप किया गया ड्रोन भी इसी का हिस्सा है. अब इसे नौसेना के बेड़े में शामिल किया जाएगा. ISR टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में दृष्टि 10 स्टारलाइनर एक बड़ा कदम माना जा रहा है.
आडाणी ने मानवरहित सिस्टम को डेवलप करने के लिए प्रतिबद्धता जताई है. पिछले कई सालों से कंपनी स्वदेशी क्षमता को बढ़ाने के लिए कई प्रोजेक्ट्स पर काम कर रही है. अडाणी की फर्म ना केवल सिस्टम बनाने बल्कि उनकी मेंटेनेंस और रिपेयरिंग का काम करती है. Drishti 10 Starliner का नौसेना में जुड़ना भारत की समुद्री ताकत को बढ़ाएगा. इंडियन नेवी और इंडियन आर्मी ने अडाणी डिफेंस और एयरोस्पेस को दो-दो Drishti-10 ड्रोन का ऑर्डर दिया है. ANI के अनुसार, इंडियन आर्मी के एविएशन डीजी, लेफ्टिनेंट जनरल अजय सूरी ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सैटेलाइट कम्युनिकेशन क्षमताओं से लैस ड्रोन की जरूरत पूरी करने के लिए ऑर्डर दिया गया है.