नई दिल्ली. वाइब्रेंट गुजरात समिट राजधानी गांधीनगर में आज से शुरू हो गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बुधवार इसका उद्घाटन कर दिया है. यह समिट गांधीनगर में महात्मा मंदिर कन्वेंशन सेंटर में हो रहा है. 10 से 12 जनवरी तक सम्मेलन के 10वें संस्करण का आयोजन हो रहा है. इस वर्ष के सम्मेलन का विषय गेटवे टू द फ्यूचर है. सम्मेलन में 34 देश और 16 संगठन शामिल हो रहे हैं. यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान 9 जनवरी को ‘वाइब्रेंट गुजरात समिट’ में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लेने भारत आए हैं. साथ ही दुबई में COP28 शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी की यात्रा के बाद वाइब्रेंट गुजरात समिट में भारत और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के बीच संबंध मजबूत होने की भी उम्मीद है.
वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट का 10वां संस्करण 10 से 12 जनवरी 2024 तक गांधीनगर, गुजरात में आयोजित हो रहा है. इसकी थीम ‘गेटवे टू द फ्यूचर’ है. यह संस्करण ‘वाइब्रेंट गुजरात के 20 वर्षों को सफलता के शिखर के रूप में’ मनाएगा. इस साल के शिखर सम्मेलन के लिए 34 भागीदार देश और 16 भागीदार संगठन हैं.
वाइब्रेंट गुजरात को वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट के रूप में भी जाना जाता है और यह एक द्विवार्षिक निवेशकों का वैश्विक व्यापार कार्यक्रम है, जो गुजरात में आयोजित किया जाता है. इस आयोजन का उद्देश्य व्यापारिक नेताओं, निवेशकों, विचारकों, नीति और राय निर्माताओं को एक साथ लाना है. बीते कुछ समय से यह गुजरात के सबसे महत्वपूर्ण आर्थिक मंचों में से एक बन गया है. UAE, चेक गणराज्य, मोज़ाम्बिक और तिमोर-लेस्ते के लीडर पीएम मोदी के साथ द्विपक्षीय वार्ता के लिए पहुंचे हैं. इसके साथ ही इस बार गुजरात समिट में ऑस्ट्रेलिया, तंजानिया, मोरक्को, मोजाम्बिक, दक्षिण कोरिया, थाईलैंड, एस्टोनिया, बांग्लादेश, सिंगापुर, यूएई , यूके, जर्मनी, नॉर्वे, फिनलैंड, नीदरलैंड, रूस, रवांडा, जापान, इंडोनेशिया और वियतनाम समेत कई देशों की भागीदारी दिखेगी.