तेल अबीब। इजराइल ने हमास के खात्मे की कसम खाई है और अपनी इस कसम को पूरा करने के लिए वो लगातार गाजा में हवाई हमले कर रहा है. अस्पतालों, स्कूलों, यूनिवर्सिटी को निशाना बनाया जा रहा है. इन हमलों में अब तक करीब 25 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है, जिनमें ज्यादातर बच्चे और महिलाएं थे. वहीं इजराइली हमले में मस्जिदों को भी भारी नुकसान पहुंचा है. गाजा में फिलिस्तीन केधार्मिक मामलों के मंत्रालय के मुताबिक 7 अक्टूबर के बाद से इजराइली सेना ने अब तक करीब 1,000 से ज्यादा मस्जिदों को ध्वस्त कर दिया है. उन्हें पूरी तरह से नेस्त ओ नाबूद कर दिया है. इसके साथ ही बताया जा रही है कि इजराइली सेना ने दर्जनों कब्रिस्तानों को भी नुकसान पहुंचाया है. बताया जा रहा है कि इन मस्जिदों के पुनर्निर्माण में करीब 500 मिलियन डॉलर का खर्चा आएगा.
इसके साथ ही सेंट पोर्फिरियस ग्रीक ऑर्थोडॉक्स चर्च, जकात धार्मिक समितियों, कुरान-शिक्षण स्कूलों और इस्लामिक एंडोमेंट बैंक के मुख्यालय सहित कई चर्च भी इजराइली सेना के हवाई हमले में तबाह हो गए हैं. इसके साथ ही मंत्रालय की रिपोर्ट में बताया गया है कि सैन्य हमले की शुरुआत के बाद से इजराइली ने करीब 100 से ज्यादा धार्मिक हस्तियों को मौत के घाट उतार दिया है, इनमें विद्वान, उपदेशक, इमाम और मुअज्जिन थे.
मंत्रालय इस पर दुख जताते हुए कहा है कि सेना ने इजराइली कब्जे वाले दर्जनों कब्रिस्तानों को नष्ट कर दिया है, शवों को कब्रों से बाहर निकाल कर उन्हें भी नुकसान पहुंचाया है,जो कि अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन है. आपको बता दें कि अल-ओमारी मस्जिद, जो 1400 साल से भी पहले बनाई गई थी, गाजा की सबसे बड़ी और सबसे पुरानी मस्जिदों में से एक और फिलिस्तीन की तीसरी सबसे बड़ी मस्जिद थी. इस मस्जिद को दिसंबर में इजराइली सेना ने हवाई हमला कर नष्ट कर दिया था. अल-ओमारी को छोटी अल-अक्सा मस्जिद के रूप में देखा जाता है. क्यों कि ये अल-अक्सा मस्जिद से मिलती थी.
इसके साथ ही इजराइली हमले में 1600 साल पुराने सेंट पोर्फिरियस चर्च भी नष्ट हो गया है. अक्टूबर में इजराइली सेना ने सेंट पोर्फिरियस चर्च को निशाना बनाया और हवाई हमले कर इसे ध्वस्त कर दिया. बताया जा रहा है कि ये चर्च जो दर्जनों विस्थापित परिवारों और शरण चाहने वालों को आश्रय दे रहा था.