वॉशिंगटन. ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों द्वारा समुद्री जहाजों पर बार-बार किए गए हमलों के जवाब में संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्रिटेन ने शनिवार को यमन में उसके दर्जनों ठिकानों पर मिसाइल और ड्रोन से हमला किया. यमन में संयुक्त हवाई हमले इराक और सीरिया में ईरान से जुड़े ठिकानों पर एकतरफा अमेरिकी हमलों की लहर के एक दिन बाद हुए हैं, जो 28 जनवरी को जॉर्डन में तीन अमेरिकी सैनिकों की हत्या के जवाब में किए गए थे.
संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्रिटेन और अन्य देश जिन्होंने ऑपरेशन के लिए सहायता प्रदान की, ने एक बयान में कहा, “यमन में 13 स्थानों पर हूतियों के 36 ठिकानों पर हमला किया गया, जो अंतरराष्ट्रीय और वाणिज्यिक शिपिंग के साथ-साथ लाल सागर को पार करने वाले नौसैनिक जहाजों के खिलाफ हूतियों के लगातार हमलों के जवाब में थे.”
बयान में कहा गया है, “इन सटीक हमलों का उद्देश्य उन क्षमताओं को बाधित और कमजोर करना है जिनका इस्तेमाल हूती वैश्विक व्यापार और निर्दोष नाविकों के जीवन को खतरे में डालने के लिए करते हैं.” हमले में “हूतियों की गहराई से दबी हुई हथियार भंडारण सुविधाओं, मिसाइल प्रणालियों और लॉन्चरों, वायु रक्षा प्रणालियों और राडार से जुड़े स्थलों को निशाना बनाया गया.”