- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी (व्हाट्सएप- 8302755688)
आपदुध्दारिणी त्वंहि आद्या शक्तिः शुभपराम्.
अणिमादि सिद्धिदात्री चन्द्रघण्टे प्रणमाम्यहम्॥
चन्द्रमुखी इष्ट दात्री इष्टम् मन्त्र स्वरूपिणीम्.
धनदात्री, आनन्ददात्री चन्द्रघण्टे प्रणमाम्यहम्॥
नानारूपधारिणी इच्छामयी ऐश्वर्यदायिनीम्.
सौभाग्यारोग्यदायिनी चन्द्रघण्टे प्रणमाम्यहम्॥
भावार्थ....
क्योंकि देवी ही प्रथम शक्ति है, परम शुभ है, विपत्ति से बचाने वाली है.
मैं अणिमा से आरंभ करते हुए पूर्णता प्रदान करने वाली चंद्रघंटा को नमस्कार करता हूं.
चन्द्रमुखी, अभीष्ट की दाता, अभीष्ट मन्त्र का अवतार....
मैं धन और आनंद प्रदान करने वाली चंद्रघंटा को नमस्कार करता हूं.
वह अनेक रूप धारण कर कामनाओं से परिपूर्ण तथा धन देने वाली है.
मैं सौभाग्य और आरोग्य प्रदान करने वाली चंद्रघंटा को नमस्कार करता हूं!
* देवी दुर्गा के नौ रूप हैं, जिनकी नवरात्रि में आराधना की जाती है.
* देवी दुर्गा का तीसरा स्वरूप चंद्रघंटा है.
* देवी के माथे पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र होने के कारण इन्हें चंद्रघंटा कहा जाता है.
* देवी चंद्रघंटा के दस हाथ हैं जिनमें इन्होंने शंख, कमल, धनुष-बाण, तलवार, कमंडल, त्रिशूल, गदा आदि शस्त्र धारण कर रखे हैं.
* सिंह पर सवार देवी चंद्रघंटा का युद्ध के लिए सुसज्जित स्वरूप है.
* देवी चंद्रघंटा की पूजा-अर्चना से शुक्र ग्रह की अनुकूलता प्राप्त होती है इसलिए वृष-तुला राशि वालों को देवी की आराधना से संपूर्ण सुख की प्राप्ति होती है.
* जिन श्रद्धालुओं की शुक्र की दशा-अंतर्दशा चल रही हो उन्हें भी देवी चंद्रघंटा की पूजा-अर्चना करनी चाहिए.
* भौतिक सुख- वाहन, मकान आदि की कामना रखने वाले श्रद्धालुओं को देवी चंद्रघंटा की आराधना करनी चाहिए.
* जिन श्रद्धालुओं के पत्नी से मतभेद हों वे संकल्प लेकर देवी चंद्रघंटा की आराधना करें, विवाद से राहत मिलेगी.
* जिन श्रद्धालुओं को ऊपरी बाधा की परेशानी हो उन्हें देवी चंद्रघंटा की आराधना करनी चाहिए, राहत मिलेगी.
सिद्धिविनायक पंचांग, मुंबई 12 फरवरी 2024
* तिथि तृतीया - 17:47 तक, नक्षत्र पूर्वाभाद्रपद - 14:58 तक, करण तैतिल - 07:27 तक, गर - 17:47 तक, पक्ष शुक्ल, योग सिद्ध - 26:37 तक, वार सोमवार
* सूर्योदय 07:09, सूर्यास्त 18:37
* चन्द्र राशि कुम्भ - 09:37 तक, चन्द्रोदय 08:59, चन्द्रास्त 21:16
* शक सम्वत 1945, विक्रम सम्वत 2080
* मास पूर्णिमांत माघ, मास अमांत माघ
* राहुकाल 08:35 से 10:01 तक
* शुभ मुहूर्त अभिजीत12:30 से 13:15 तक
* दिशाशूल पूर्व
* ताराबल- भरणी, रोहिणी, आर्द्रा, पुनर्वसु, पुष्य, आश्लेषा, पूर्वा फाल्गुनी, हस्त, स्वाति, विशाखा, अनुराधा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढ़ा, श्रवण, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद, रेवती
* चन्द्रबल- मेष, वृषभ, सिंह, कन्या, धनु, कुम्भ
सोमवार चौघड़िया- 12 फरवरी 2024
* दिन का चौघड़िया
अमृत - 07:09 से 08:35
काल - 08:35 से 10:01
शुभ - 10:01 से 11:27
रोग - 11:27 से 12:53
उद्वेग - 12:53 से 14:19
चर - 14:19 से 15:45
लाभ - 15:45 से 17:11
अमृत - 17:11 से 18:37
* रात्रि का चौघड़िया
चर - 18:37 से 20:11
रोग - 20:11 से 21:45
काल - 21:45 से 23:19
लाभ - 23:19 से 00:53
उद्वेग - 00:53 से 02:26
शुभ - 02:26 से 04:00
अमृत - 04:00 से 05:34
चर - 05:34 से 07:08
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय समय, परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि यहां दिया जा रहा मुंबई का समय अलग-अलग शहरों में स्थानीय समय के सापेक्ष थोड़ा अलग हो सकता है.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
#AajKaDin: सोमवार, 12 फरवरी 2024, भौतिक सुख- वाहन, मकान आदि चाहिए तो देवी चन्द्रघंटा की आराधना करें!
प्रेषित समय :21:33:50 PM / Sun, Feb 11th, 2024