नई दिल्ली. अगर आप एंड्रॉयड फोन या आईफोन यूजर्स हैं और कॉलर आइडेंटिफिकेशन ऐप ट्रूकॉलर (Truecaller) का इस्तेमाल करते हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है. दरअसल, स्टॉकहोम (स्वीडन) की कंपनी ट्रूकॉलर ने सोमवार को भारत में एआई से संचालित कॉल रिकॉर्डिंग सुविधा शुरू करने की घोषणा की. नया फीचर ट्रूकॉलर ऐप के भीतर इनकमिंग और आउटगोइंग कॉल रिकॉर्ड करने की सुविधा प्रदान करेगा. कंपनी ने कहा कि एआई-आधारित कॉल रिकॉर्डिंग सुविधा के लिए चार्ज लगेगा और यह प्रीमियम सब्सक्रिप्शन के साथ उपलब्ध होगी. यह एंड्रॉयड और आईओएस (iOS) दोनों ऑपरेटिंग सिस्टम वाले मोबाइल फोन पर काम करेगी. यह फीचर महत्वपूर्ण बातचीत को कैप्चर करने और उनको मैनेज करने में सहायक होगा.
प्रोडक्टिविटी में सुधार
ट्रूकॉलर ने इस सुविधा की शुरुआत की घोषणा करते हुए बयान में कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी के आने से यूजर्स को जरूरी ब्योरा दर्ज करने की चिंता नहीं रह जाएगी और इससे कॉल के दौरान प्रोडक्टिविटी सुधरेगी. कंपनी ने कहा कि इस सुविधा के इस्तेमाल से समूची बातचीत का विस्तृत ब्योरा और उसका सारांश भी उपलब्ध हो जाएगा. इसके अलावा किसी भी कॉलर की बातचीत को अंग्रेजी और हिंदी में लिखित रूप में बदला जा सकेगा. यह खास सुविधा प्रीमियम प्लान के तहत ही उपलब्ध कराई जा रही है जो 75 रुपये मंथली या 529 रुपये सालाना की दर से शुरू होता है. ट्रूकॉलर के मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर ऋषित झुनझुनवाला ने कहा कि नवीनतम पहल ग्राहकों को अपनी बातचीत को मैनेज करने में अधिक कंट्रोल और फ्लेक्सिबिलिटी देती है.