प्रदीप द्विवेदी. ज्यों-ज्यों लोकसभा चुनाव करीब आ रहे हैं, त्यों-त्यों मोदी टीम की ही नहीं, कई न्यूज चैनल की सियासी बेचैनी भी बढ़ती जा रही है? हालत यह है कि सीटों का गणित इतना उलझ गया है कि शत-प्रतिशत नतीजे नहीं दे पा रहे हैं? अभी इंडिया टीवी-सीएनएक्स ओपिनियन पोल आया है, वहां भी बीजेपी को पिछली बार के मुकाबले 4 सीटों का घाटा हो गया है!
ओपिनियन पोल कहता है कि- अगर अभी चुनाव होते हैं तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्ववाला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) बिहार की कुल 40 लोकसभा सीटों में से 35 सीटों पर ही जीत हासिल कर सकता है, मतलब.... पिछली बार के मुकाबले 4 सीटों का नुकसान होगा! बड़ा सवाल यह है कि- यदि इंडिया टीवी ने एनडीए की 4 सीटें कम कर दी हैं, तो सोचो- जनता कितनी सीटें कम करेगी?
याद रहे, 2019 के लोकसभा चुनावों में बिहार में एनडीए ने 39 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी, एक सीट कांग्रेस के खाते में गई थी! इसके बाद हुए बिहार विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव के नेतृत्ववाली आरजेडी सबसे ज्यादा सीटें जीत कर सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी, आजकल तेजस्वी यादव की सभाओं में जो भीड़ जुट रही है और राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को जो समर्थन मिल रहा है, उसके मद्देनजर ओपिनियन पोल भी एनडीए को पिछली बारवाली 39 सीटें नहीं दे पा रहे हैं!
सियासी सयानों का मानना है कि लोकसभा चुनाव 2024 के लिए पीएम मोदी की ओर से भले ही जोरशोर से 400 पार के दावे उछाले जा रहे हों, लेकिन ईवीएम का साथ नहीं मिला तो पिछली 2019 की 300 सीटों की आधी भी पार नहीं हो पाएंगी?
#BiharPoliticalCrisis विश्वास मत तो जीत लिया, आगे क्या? लोकसभा चुनाव में एनडीए की सीटें बचाने की चुनौती?
https://www.palpalindia.com/2024/02/12/Bihar-Political-Crisis-Nitish-government-wins-trust-vote-what-next-Lok-Sabha-elections-challenge-to-save-NDA-seats-Congress-Left-and-RJD-members-walk-out-from-sadan-news-in-hindi.html