नई दिल्ली. कुछ समय पहले तक दुनिया के सबसे अमीर आदमी रहे एलन मस्क का नाम सुर्खियों से गायब रहे ऐसा ज्यादा दिन तक नहीं हो सकता. वह या तो कुछ ऐसा कर देंगे कि उनकी चर्चा शुरू हो जाए या फिर कोई और उनके संबंध में ऐसा कदम उठा देगा कि मस्क खबरों में आ जाएं. इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ है. ट्विटर के सीईओ एलन मस्क के खिलाफ 4 लोगों ने कोर्ट केस दायर कर दिया है. केस डालने वाले लोगों में ट्विटर के पूर्व सीईओ पराग अग्रवाल भी हैं.
इन 4 लोगों ने कहा है कि उन्हें ट्विटर से नौकरी से निकाले जाने के बाद जो क्षतिपूर्ति या मुआवजा दिया जाना था वह पूरा नहीं दिया गया है. यह केस कैलिफोर्निया की फेडरल कोर्ट में दायर किया गया है. पराग अग्रवाल के अलावा जिन 3 लोगों ने मस्क के खिलाफ मामला दायर करवाया है वह ट्विटर के पूर्व सीएफओ नेड सेगल, पूर्व चीफ लीगल ऑफिसर विजय गड्डे और जनरल काउंसल शॉन एजेट हैं.
याचिकाकर्ताओं की ओर दायर मामले में कहा गया है कि मस्क द्वारा ट्विटर के अधिग्रहण के तुरंत बाद उन लोगों को बिना वाजिब कारण के कंपनी से बाहर कर दिया गया. उन्होंने कहा कि मस्क ने उन्हें निकालने के लिए मनगढ़ंत कारण बताए ताकि कंपनी को उन्हें सही मुआवजा न देना पड़े. पूर्व अधिकारियों ने कहा, “मस्क अपने बिल नहीं भरते, उन्हें लगता है कि नियम उन पर लागू नहीं होते हैं. जो भी उनके विचारों से अलग सोच रखते हैं उन्हें वह अपनी ताकत और पैसे का इस्तेमाल कर साइड लगा देते हैं.” इन लोगों ने मस्क से 138 मिलियन डॉलर या 1061 करोड़ रुपये के मुआवजे की मांग की है.