नई दिल्ली. दिल्ली आबकारी नीति घोटाला मामले में ईडी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 9वां समन भेजा है. इसके बाद आम आदमी पार्टी ने यह दावा किया है कि ईडी ने जल बोर्ड से जुड़े एक मामले में भी अरविंद केजरीवाल को समन भेजा है. दिल्ली जल बोर्ड वाले मामले में सीएम अरविंद केजरीवाल को कल यानी 18 मार्च को पेश होना है, जबकि आबकारी नीति मामले में 21 मार्च का समन है. प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली जल बोर्ड मामले में धन शोधन निवारण अधिनियम की धारा 50 के तहत केजरीवाल को समन जारी किया है. ईडी दिल्ली जल बोर्ड में अवैध टेंडरिंग और अपराध की कथित आय के शोधन की जांच कर रही है.
इस पर दिल्ली सरकार में मंत्री और आम आदमी पार्टी की नेता आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ा दावा किया है. आतिशी ने कहा कि कल यानी 16 मार्च की शाम में मोदी जी की ईडी ने और एक और समन भेज दिया. आतिशी ने कहा कि सीबीआई और ईडी मोदी जी के गुंडे हो गए हैं. मोदी जी के इन गुंडों ने एक-एक करके विपक्ष के नेताओं को टारगेट कर रहे हैं.
इस दौरान आतिशी ने कहा कि इस नए दिल्ली जल बोर्ड मामला क्या हम भी जानना चाहते हैं. क्या घोटाला हुआ? क्या कह रहे हैं किसी को नहीं पता? यह समन सिर्फ इसलिए भेजा जा रहा है क्योंकि पीएम मोदी को शक होने लगा है कि क्या वह दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को एक्साइज में गिरफ्तार कर पाएंगे. यह बीजेपी की बैकअप स्ट्रैटजी है, जिससे वह अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर पाएंगे. शनिवार को 16 मार्च को अरविंद केजरीवाल कोर्ट में पेश हुए थे, इस पर उनका कहना है कि सीएम ने कोर्ट में फिजिकली पेश होकर बीजेपी को करारा जवाब दिया है और उनका उनका मुंह बंद कर दिया है. आम आदमी पार्टी कानून प्रक्रिया का सम्मान करती है. अरविंद केजरीवाल ने तीन हफ्ते पहले कोर्ट में पेश होने की बात कही थी और उन्होंने अपने कमिटमेंट को पूरा किया.
आतिशी ने कहा कि अब यह कोर्ट का काम है कि वह इस बात की जांच करें कि जो समन ईडी भेज रहा है वह कानूनी है या नहीं और इस मामले में उन्हें जाना होगा या नहीं. बीजेपी को और पीएम को जांच में सच्चाई से कोई फर्क नहीं पड़ता, उन्हें केवल चुनाव से पहले केजरीवाल को जेल में डालना है. बीजेपी और मोदी जी कानूनी प्रक्रिया का इंतजार नहीं कर रहे है.