क्या होली आ जाएगी भीषण गर्मी की चपेट में?

क्या होली आ जाएगी भीषण गर्मी की चपेट में?

प्रेषित समय :19:29:42 PM / Fri, Mar 22nd, 2024
Reporter : reporternamegoeshere
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एक नए अध्ययन में पाया गया है कि भारत के नौ राज्यों में होली के त्योहार के दौरान तापमान के 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक तक हो जाने की संभावना है.

होली कुछ ही दिनों दूर है, और क्लाइमेट सेंट्रल द्वारा किए गए एक नए अध्ययन ने चिंताजनक तस्वीर पेश की है. रंगों का यह जीवंत त्योहार, जो परंपरागत रूप से मार्च के अंत में मनाया जाता है, इस बार चिलचिलाती गर्मी की चपेट में आ सकता है और देश के कुछ क्षेत्रों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस (104°F) से अधिक हो सकता है.

इस अध्ययन के अनुसार, इस संभावित गर्मी का कारण जलवायु परिवर्तन है. शोधकर्ताओं ने भारत भर में तापमान डेटा का विश्लेषण किया, जिसमें मार्च और अप्रैल, होली वाले महीनों पर ध्यान केंद्रित किया गया. उनके निष्कर्षों से एक परेशान करने वाला रुझान सामने आया है: पूरे देश में महत्वपूर्ण रूप से तापमान बढ़ रहा है, खासकर हाल के दशकों में.

"तापमान में बदलाव बड़ा अचानक सा देखा जा रहा है. ठंडी सर्दियों जैसे तापमान से सीधे बहुत गर्म परिस्थितियों में बदलाव चिंताजंक है," क्लाइमेट सेंट्रल के विज्ञान विभाग के उपाध्यक्ष डॉ. एंड्रयू पर्शिंग ने कहा. "फरवरी में देखे गए गर्मी के मजबूती से बढ़ने के रुझान के बाद, मार्च में भी इसी पैटर्न का पालन होने की संभावना है. भारत में ये बढ़ते तापमान जलवायु परिवर्तन के प्रभावों का एक स्पष्ट संकेत हैं."

बढ़ते जोखिम, बदलती वास्तविकता
अध्ययन न केवल समग्र तापमान वृद्धि का विश्लेषण करता है बल्कि होली के दौरान अत्यधिक गर्मी की घटनाओं के बढ़ते जोखिम का भी विश्लेषण करता है. 1970 के दशक में, केवल कुछ ही राज्यों में त्योहार के दौरान तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना थी. लेकिन क्लाइमेट सेंट्रल का यह शोध इस साल होली के लिए इस संदर्भ में एक बड़े बदलाव की बात बताता है. महाराष्ट्र, गुजरात और मध्य प्रदेश सहित अब नौ राज्य इस संभावना से जूझ रहे हैं.

अध्ययन की कार्यप्रणाली अनुभाग में बताया गया है कि, "हमने 1 जनवरी, 1970 से 31 दिसंबर, 2023 तक दैनिक औसत तापमान निकाला... प्रत्येक क्षेत्र के लिए, हमने प्रत्येक माह के लिए एक प्रवृत्ति रेखा को फिट करने के लिए रैखिक प्रतिगमन का उपयोग किया... प्रवृत्ति रेखाएं वर्णन करती हैं कि जलवायु कैसे बदल रहा है. वे किसी दिए गए वर्ष में सबसे संभावित तापमान का सबसे अच्छा अनुमान हैं."

जोखिम वाले शहर
अध्ययन राज्य-स्तरीय विश्लेषण से आगे बढ़ते हुए, उन विशिष्ट शहरों को इंगित करता है जिन पर अधिक जोखिम है. छत्तीसगढ़ का बिलासपुर सबसे आगे है, जहां होली के दौरान तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर जाने की संभावना वर्तमान में 31% है. यह 1970 के दशक में अनुमानित 12% संभावना से एक महत्वपूर्ण उछाल है. इंदौर, भोपाल और मदुरै भी उन शहरों में से हैं जिन्हें क्लाइमेट सेंट्रल विशेष रूप से संवेदनशील के रूप में पहचानता है.

-  Climateकहानी     

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-

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