अगर आप चाहते हैं कि सेहत ठीक रहे, इसके लिए सबसे जरूरी है कि आप खान-पान की चीजों को लेकर विशेष सावधानी बरतते रहें। गर्मी के दिनों में ठंडक के एहसास के लिए आइसक्रीम खाना भी हमारी पहली पसंद में से एक रहा है, पर क्या आप जानते हैं कि असल में इससे सेहत को कई प्रकार के नुकसान हो सकते हैं? इतना ही नहीं शरीर की पौष्टिकता की पूर्ति के लिए बाजार में मिलने वाले फ्रूट जूस लाभकारी हैं तो भी आपको सावधान हो जाने की जरूरत है। पैक्ड जूस को लंबे समय तक खराब होने से बचाने के लिए उसमें कई प्रकार रसायन और प्रिजर्वेटिव्स मिलाए जाते हैं जिससे सेहत को दीर्घकालिक तौर पर कई प्रकार के नुकसान हो सकते हैं। आइए जानते हैं कि डॉक्टर इस तरह की चीजों से सभी लोगों को दूरी बनाने की सलाह क्यों देते हैं?
मिलाए जाते हैं रसायन
पैक्ड जूस को एक साल और उससे अधिक समय तक भी स्टोर किया जा सकता है। इन्हें लंबे समय तक ताजा रखने की प्रक्रिया के दौरान इसके जरूरी विटामिन्स नष्ट हो जाते हैं। यदि आप पैक किए गए जूस के इंग्रेडिएंट्स को देखेंगे तो आपको इनमें ऐडेड शुगर के साथ-साथ स्वाद को ताजा रखने और जूस से कोई अप्रिय गंध न आए इससे बचाने के लिए कई प्रकार के रसायनों को मिलाया जाता है। कई अध्ययनों में पाया गया है कि इस प्रकार के रसायन शरीर को कई प्रकार से नुकसान पहुंचाने वाले हो सकते हैं।
मोटापा बढ़ने का खतरा
पैक्ड जूस में ऐडेड शुगर के कारण ये न केवल मीठे होते हैं, बल्कि घर पर बने ताजे जूस की तुलना में कैलोरी में भी अधिक होते हैं। ये कैलोरी शरीर में अतिरिक्त वजन को बढ़ाने वाली हो सकती है, यानी कि अगर आप अक्सर इन जूस का सेवन करते हैं तो समय के साथ बेली फैट और मोटापा बढ़ने का खतरा हो सकता है। पैक्ड जूस में कार्बोहाइड्रेट की भी मात्रा होती है जो रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ा सकते हैं और लंबे समय में मधुमेह का कारण बन सकते हैं।
बच्चों की सेहत को नुकसान
बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी को आइसक्रीम पसंद होती है हालांकि कुछ शोध बताते हैं कि जो लोग अक्सर आइसक्रीम खाते हैं उनका कैलोरी इंटेक अधिक हो सकता है। बच्चों की सेहत पर इसके कई प्रकार के दुष्प्रभाव देखे गए हैं। आइसक्रीम में अक्सर चीनी और वसा की मात्रा अधिक होती है, जिससे वजन बढ़ने का खतरा रहता है। इसके अलावा आइसक्रीम के कारण दांतों में झनझनाहट और कैविटी की समस्या बढ़ने का भी खतरा देखा जाता हहा है