एक बॉस ने कर्मचारी के साथ गड़बड़ कर दी. बाद में उसे बहुत पछताना पड़ा. सोशल मीडिया साइट रेडिट पर एक महिला ने दावा किया कि बीमार होने पर उसके बॉस ने उसे नौकरी से निकाल दिया. जबकि वह काम कर सकती थी. इसके बाद उसने हार नहीं मानी और बॉस से ऐसा बदला लिया कि उसका पूरा कारोबार चौपट हो गया.
महिला ने लिखा, मैंने एक जिमनास्टिक कोच के रूप में काम शुरू किया. दो महीने ही हुए थे कि चक्कर आने लगा. उस वक्त मैं अपना संतुलन खो देती थी. मेरा दिमाग काम करना एक तरह से बंद कर देता था. एक दिन दफ्तर में चक्कर आ गया. लगा कि मैं खड़ी नहीं रह पाऊंगी. इस वजह से बाथरूम चली गई. मगर वहां उल्टियां होने लगी. अन्य कर्मचारियों ने मुझे अस्पताल में भर्ती कराया. लेकिन जब डॉक्टर मेरा इलाज कर रहे थे, तभी बॉस ने मुझे नौकरी से निकाल दिया. जब मैंने अपने साथियों को इसके बारे में बताया तो वे हैरान रह गए. कहा, तुम्हें उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए.
कुछ लोगों ने बताया कि बीमार होने पर लीव लेना आपका हक है. कोई भी इसकी वजह से आपको निकाल नहीं सकता. इसके बाद महिला ने बॉस से बदला लेने का फैसला किया. महिला ने सोशल मीडिया पर उस कंपनी के बारे में बार-बार लिखा. अंदर की चीजें शेयर करने लगी. बताया कि वहां किस-किस तरह के काम होते थे. नतीजा, लोगों ने वहां जाना बंद कर दिया. इससे कंपनी तेजी से बंद होने के कगार पर आ गई. बहुत सारे लोगों ने इसे महिला की जीत करार दिया.
सिटीजन्स एडवाइस के अनुसार, अगर आपको बीमारी की वजह से आपको लीव मिली है तो आपका हक है. लेकिन यह कर्तव्य भी है कि लीव खत्म होते ही ऑफिस ज्वाइन करें. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं, तो कंपनी आपको बर्खास्त कर सकती है. अगर आप कंपनी के लिए 2 साल से ज्यादा वक्त से काम कर रहे हैं, तो कंपनी को आपको निकालने से पहले पूरी प्रक्रिया का पालन करना होगा. आपके अधिकारों का हनन नहीं किया जा सकता है.