एअर इंडिया एक्सप्रेस का बड़ा एक्शन, 'सिक लीव' पर गए 25 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला

एअर इंडिया एक्सप्रेस का बड़ा एक्शन,

प्रेषित समय :09:07:05 AM / Thu, May 9th, 2024
Reporter : reporternamegoeshere
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नई दिल्ली: ‘सिक लीव’ पर गए कर्मचारियों पर एअर इंडिया एक्सप्रेस ने बड़ा एक्शन लिया है. एअर इंडिया एक्सप्रेस ने सिक लीव’ पर गए 25 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है और टर्मिनेशन लेटर थमा दिया है. दरअसल, मंगलवार को एअर इंडिया के 300 से अधिक केबिन क्रू मेंबर मास सिक लीव पर चले गए थे, जिसकी वजह से बुधवार को 90 से अधिक फ्लाइट्स कैंसल हुई थीं. बताया जा रहा है कि आज यानी गुरुवार को भी एअर इंडिया की फ्लाइट्स कम ही उड़ानें भरेंगी.

रिपोर्ट की मानें तो एअर इंडिया एक्सप्रेस ने बुधवार को कुछ सीनियर केबिन क्रू सदस्यों का कॉन्ट्रैक्ट समाप्त कर दिया, जिन्होंने ‘बीमार होने’ की सूचना दी थी, जिससे कंपनी को उड़ान संचालन में बाधा उत्पन्न हुई थी. ड्यूटी पर नहीं आने वाले कर्मचारियों को नौकरी से निकालने के पीछे के कारण का उल्लेख करते हुए एयरलाइंस ने कहा कि बिना किसी उचित कारण के संबंधित कर्मचारी जानबूझकर काम से दूर हुए. उड़ान भरने से ठीक पहले गायब होने की कोई वजह भी नजर नहीं आ रही है. कंपनी का कहना है कि मास लेवल पर सिक लीव लेना भी नियमों का उल्लंघन है.

अपने एक कर्मचारी को भेजे गए बर्खास्तगी के पत्र में एयरलाइन ने कहा कि उड़ान भरने से ठीक पहले भारी संख्या में एयरलाइन चालक दल के सदस्यों के बीमार होने की सूचना मिली. पत्र में कहा गया है कि यह स्पष्ट रूप से बिना किसी उचित कारण के काम से ठीक पहले उनकी जानबूझकर अनुपस्थिति की ओर इशारा करता है. कंपनी ने अपने कर्मचारियों को लिखे बर्खास्तगी पत्र में कहा, ‘आपका कृत्य न केवल सार्वजनिक हित को नुकसान पहुंचाने वाला है, बल्कि इससे कंपनी को शर्मिंदगी, गंभीर प्रतिष्ठा क्षति और गंभीर मौद्रिक नुकसान भी हुआ है.’ इससे पहले एअर इंडिया एक्सप्रेस के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) आलोक सिंह ने बुधवार को कहा कि कंपनी चालक दल के सदस्यों की अनुपलब्धता से निपटने के लिए अगले कुछ दिनों के लिए उड़ानों में कटौती करेगी. 

आपको बता दें कि एयर इंडिया एक्सप्रेस में काम करने वाले 300 से ज्यादा कर्मचारी बुधवार से ही काम पर नहीं आ रहे हैं. इन सभी कर्मचारियों ने एक साथ पहले सिक लीव अप्लाई की और अपना मोबाइल फोन ऑफ कर लिया. इस वजह से विमानों के संचालन में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था.