देहरादून. उत्तराखंड में दस मई से शुरू हुई गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बारह मई से शुरू हुई बदरीनाथ की यात्रा के लिए आए तीर्थयात्रियों में से 52 श्रद्धालुओं की विभिन्न कारणों से मृत्यु हो चुकी है. यह जानकारी मुख्यमंत्री सचिव और गढ़वाल मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने शुक्रवार को दी.
पांडेय ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा पूर्व में ही स्वास्थ्य सम्बन्धी एसओपी चौदह भाषाओं में जारी की जा चुकी है. जिसे विभिन्न राज्यों के मुख्य सचिवों को अपने नागरिकों को अवगत कराने के लिए प्रेषित किया गया.
उन्होंने बताया कि चार धाम यात्रा शुरू होने के बाद से आज तक गंगोत्री में तीन, यमुनोत्री में 12, बदरीनाथ में 14 और केदारनाथ में 23 श्रद्धालुओं की मृत्यु हुई है. उन्होंने बताया कि अधिकांश मृतकों की आयु 60 वर्ष से अधिक है. साथ ही, उनकी मृत्यु का कारण हृदयाघात (कार्डियक अटैक) बताया गया है. उन्होंने बताया कि चारधाम यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य परीक्षण केंद्र स्थापित हैं. साथ ही, स्वास्थ्य मित्र भी कार्यरत हैं. स्वास्थ्य परीक्षण केंद्रों में अनेक बार श्रद्धालु अपने स्वास्थ्य सम्बन्धी इतिहास को छिपा लेते हैं. इससे खुद श्रद्धालु को दिक्कत का सामना करना होता है. उन्होंने बताया कि कई बार अधिक आयु के श्रद्धालु मना करने के बाद भी यात्रा पर चले जाते हैं, उनसे एक घोषणा पत्र भराया जा रहा है, जिसमें स्वास्थ्य सम्बन्धी कोई परेशानी होने पर सारी जिम्मेदारी पीडि़त की होगी.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-उत्तराखंड : गढ़वाल में 23 जगह धधके जंगल, आरोप में तीन के खिलाफ एफआईआर दर्ज
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