वीकेंड हो या वीकडेस हर किसी को घूमने का चस्का चढ़ा हुआ है। ऐसे में हिल स्टेशंस की सड़के एक डैम पैक्ड हो चुकी हैं, पर्यटक एक-एक दो-दो घंटे से जाम में फंसे हुए हैं, लेकिन फिर भी लोगों का जूनून खत्म नहीं हो रहा। आप चाहे पहाड़ों पर चले जाए या फिर किसी बीच वाली साइड हर तरह पर्यटकों का हुजूम बंधा हुआ है।
कुछ ऐसा ही हाल ऋषिकेश का हो रखा है, मैदानी क्षेत्रों में 50 डिर्ग्री पारा होने की वजह से यहां लोग हर वीकेंड राफ्टिंग का मजा लेने के पहुंच रहे हैं। जैसा कि आप जानते हैं भारत में अगर किसी जगह की रिवर राफ्टिंग मशहूर है, तो वो ऋषिकेश है। जहां हर महीने हजारों की संख्या में लोग लुत्फ उठाने के लिए पहुंचते हैं। ऋषिकेश के कौडियाला-मुनिकीरेती ईको टूरिज्म जोन में इस समय बड़ी संख्या में पर्यटक राफ्टिंग करने के लिए जा रहे हैं। मतलब पिछले दो महीने से यहां डेढ़ लाख से ज्यादा पर्यटक रिवर राफ्टिंग का मजा उठा चुके हैं।
ऋषिकेश में कौडियाला-मुनिकीरेती ईको टूरिज्म जोन राफ्टिंग के लिए काफी फेमस है। देश-विदेश से अनगिनत संख्या में पर्यटक यहां गंगा की लहरों में रोमांच का मजा लूटने के लिए पहुंचते हैं। अभी गंगा नदी में 263 रजिस्टर्ड कंपनियों की 576 राफ्ट्स मौजूद हैं, ऐसे में यहां राफ्टिंग एडवेंचर कभी नहीं रुकता। और यही वो समय होता है, जब लोगों को यहां रोजगार मिलता है। तीर्थनगरी ऋषिकेश की बात करें, तो सबसे ज्यादा पर्यटक यहां रिवर राफ्टिंग की वजह से आते हैं। यहां कैंपिंग, होटल, रिसार्ट और पयर्टन से जुड़ी दूसरी चीजों को भी काफी लाभ पहुंचता है।
जानकारी के अनुसार, अगर साल 2022-2023 के शुरूआती सीजन में राफ्टिंग के लिए ऋषिकेश पहुंचे लोगों की संख्या पर गौर किया जाए, तो यहां करीबन 4 लाख 31 हजार 870 पर्यटक रिवर राफ्टिंग के लिए पहुंचे थे। वहीं साल 2023-2024 के राफ्टिंग सत्र में ये संख्या 3 लाख 94 हजार 345 रही थी। इस साल सत्र 2024-25 में अभी केवल दो महीने का ही समय बीता है और गंगा में रिवर राफ्टिंग करने की संख्या 1 लाख 52 हजार 854 के आंकड़े को छू चुकी है। अभी गंगा में जुलाई की शुरुआत तक ये एक्टिविटी जारी रहेगी, जिससे देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि ये संख्या पिछले साल से ज्यादा रहेगी। बता दें, मॉनसून में ये एक्टिविटी बंद कर दी जाती है।