नई दिल्ली. भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने लगातार 8वीं बार ब्याज दरें नहीं बढ़ाने का फैसला किया है. रिजर्व बैंक का फोकस अभी महंगाई को कंट्रोल करने पर है. आरबीआई के इस फैसले से आम लोगों के लोन की EMI नहीं बढ़ेगी. शुक्रवार 7 जून को नई मॉनेटरी पॉलिसी का ऐलान किया गया है. दास की ओर से रेपो रेट को लगातार 8वीं बार यथावत 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा है. इससे पहले पिछली बार फरवरी 2023 में रेपो रेट को 0.25 फीसदी बढ़ाया गया था.
ब्याज दरों की समीक्षा के लिए आरबीआई एमपीसी की बैठक 5 जून से 7 जून के बीच हुई, जिसमें 6 सदस्य की एमपीसी में से 4 सदस्यों ने बहुमत के आधार पर ब्याज दरों में बदलाव ना करने का का फैसला लिया गया है. वैसे यूरोपियन सेंट्रल बैंक ने गुरुवार को ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की कटौती की थी. जबकि कनाडा ने भी ब्याज दरों में कटौती थी.
आरबीआई एमपीसी ने महंगाई के अनुमानित आंकड़ों में भी कोई बदलाव नहीं किया है. वित्त वर्ष 2025 में रिटेल महंगाई 4.5 फीसदी रह सकती है. जबकि पहली तिमाही में महंगाई 4.9 फीसदी का अनुमान लगाया गया है. दूसरी तिमाही में 3.8 फीसदी महंगाई दर रह सकती है. तीसरी तिमाही में महंगाई दर आंकड़ा 4.6 फीसदी रह सकता है. जबकि चौथी तिमाही में महंगाई का आंकड़ा 4.5 फीसदी रह सकता है. आरबीआई गर्वनर के अनुसार मौजूदा वित्त वर्ष में फूड इंफ्लेशन पर नजर बनाए रखनी होगी. एसबीआई के अनुसार मई के महीने में महंगाई दर 5 फीसदी रह सकती है.