आपने लोगों को मैराथन दौड़ते हुए देखा होगा. ये 5-10 या फिर ज्यादा से ज्यादा 20-25 किलोमीटर की होती है. हम जिस महिला की बात कर रहे हैं उसने कोई 5-6 किलोमीटर नहीं बल्कि कुल 1000 किलोमीटर की दौड़ लगा दी. वो दौड़ते-दौड़ते सिंगापुर से थाईलैंड तक पहुंच गई. दिलचस्प ये है कि उसने 12 दिनों में ये काम पूरा किया.
52 साल की नताली दऊ नाम की महिला ने सबसे तेज़ 1000 किलोमीटर का मैराथन पूरा किया है. वे अब इंतज़ार कर रही हैं कि उनका नाम मलेशिया को पैदल सबसे तेज़ क्रॉस करने वाला मैराथन रनर के तौर पर गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हो जाए. हालंकि उनके लिए ये 12 दिन काफी चैलेंजिंग रहे और हर दिन उन्हें अलग तरह की समस्या का सामना करना पड़ा. गर्मी की वजह से उनके जूते पिघल रहे थे, जबकि उन्हें यूरिनरी इंफेक्शन का भी शिकार होना पड़ा. बावजूद इसके उन्होंने ये चैलेंज पूरा किया.
आपने लोगों को मैराथन दौड़ते हुए देखा होगा. ये 5-10 या फिर ज्यादा से ज्यादा 20-25 किलोमीटर की होती है. हम जिस महिला की बात कर रहे हैं उसने कोई 5-6 किलोमीटर नहीं बल्कि कुल 1000 किलोमीटर की दौड़ लगा दी. वो दौड़ते-दौड़ते सिंगापुर से थाईलैंड तक पहुंच गई. दिलचस्प ये है कि उसने 12 दिनों में ये काम पूरा किया.
52 साल की नताली दऊ नाम की महिला ने सबसे तेज़ 1000 किलोमीटर का मैराथन पूरा किया है. वे अब इंतज़ार कर रही हैं कि उनका नाम मलेशिया को पैदल सबसे तेज़ क्रॉस करने वाला मैराथन रनर के तौर पर गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज हो जाए. हालंकि उनके लिए ये 12 दिन काफी चैलेंजिंग रहे और हर दिन उन्हें अलग तरह की समस्या का सामना करना पड़ा. गर्मी की वजह से उनके जूते पिघल रहे थे, जबकि उन्हें यूरिनरी इंफेक्शन का भी शिकार होना पड़ा. बावजूद इसके उन्होंने ये चैलेंज पूरा किया.