नई दिल्ली. एफबीआई ने ‘क्रिप्टो क्वीन’ के नाम से मशहूर रुजा इग्नाटोवा के सिर पर ईनाम को बढ़ा दिया है. इग्नाटोवा को पकड़वाने वाले को पहले 40 लाख डॉलर का ईनाम दिया जाना था जिसे बढ़ाकर अब 50 लाख डॉलर कर दिया गया है. यह भारतीय करेंसी में 417241250 रुपये होगा. इग्नाटोवा कभी एक क्रिप्टोकरेंसी की मालकिन हुआ करती थीं. लेकिन आज वह एफबीआई की मोस्ट वॉन्टेड लोगों की सूची में शामिल हैं.
2022 में उसे दस मोस्ट वांटेड भगोड़ों की सूची में शामिल किया गया था. रुजा पर आरोप है कि उसने अपनी क्रिप्टोकरेंसी कंपनी वनकॉइन के जरिए 4 बिलियन डॉलर से ज्यादा की ठगी की थी. रुजा पर बुल्गारियन माफिया से भी जुड़े होने के आरोप लगे हैं. रुजा 2017 में ग्रीस से गायब हो गई थी. उस समय अमेरिकी अधिकारियों ने उसकी गिरफ्तारी के लिए एक वॉरंट जारी किया था.
वनकॉइन की संस्थापक- रुजा इग्नाटोवा ने वनकॉइन नाम की एक क्रिप्टोकरेंसी लॉन्च की थी. यह करेंसी 2014 में लॉन्च हुई थी. उनका उद्देश्य दुनिया की नंबर 1 वर्चुअल करेंसी बिटकॉइन को हटाकर उसका स्थान लेना था. वनकॉइन अमेरिका सहित दुनियाभर में कार्य करती है, और एक समय कंपनी ने उसके पास कम से कम 3 मिलियन निवेशक होने का दावा भी किया था.