हैदराबाद. तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी ने आज कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी 2004 और 2014 के बीच इस देश के प्रधान मंत्री बन सकते थे. उन्होंने पीएम पद न लेने का फैसला किया क्योंकि पद उनके लिए अप्रासंगिक हैं. गांधी भवन में पूर्व सीएम वाईएस राजशेखर रेड्डी की 75वीं जयंती समारोह में बोलते हुए उन्होंने तेलंगाना, कर्नाटक व हिमाचल प्रदेश में पार्टी की जीत में उनकी भारत जोड़ो यात्रा को महत्वपूर्ण बताते हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अब राहुल को प्रधानमंत्री बनाने की दिशा में काम करने के लिए प्रोत्साहित किया.
रेड्डी ने कहा कि वाईएसआर द्वारा अपने शासन के दौरान शुरू किए गए कल्याणकारी कार्यक्रम हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस द्वारा घोषित छह गारंटी की प्रेरणा हैं. उन्होंने कहा कि मुझे 2009 में लगातार दूसरी बार सत्ता में आने के बाद वाईएसआर का बयान याद है कि राहुल गांधी भारत के प्रधान मंत्री बनेंगे. राहुल के इस पद पर आसीन होने से पहले वाईएसआर ने हमें छोड़ दिया. सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उन्हें प्रधानमंत्री बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए. रेड्डी ने कहा कि वाईएसआर ने 2004 से 2009 तक अविभाजित आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया. दुखद रूप से उनके पुन: चुनाव के तीन महीने बाद सितंबर 2009 में एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई. उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि वाईएसआर की सफल पदयात्रा, जो आंध्र प्रदेश में कांग्रेस को सत्ता में लाने में महत्वपूर्ण थी ने राहुल को भारत जोड़ो यात्रा शुरू करने के लिए प्रेरित किया. उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता के तौर पर राहुल गांधी पहले से ही कड़ी मेहनत कर रहे हैं. वह पीएम पद संभालने से बस एक कदम दूर हैं. उनके नेतृत्व में ही देश का विकास होगा.
Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-तेलंगाना में 6 हजार से अधिक जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर गये, स्वास्थ्य सेवाएं चरमराई
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