मानसिक सेहत के लिए छुट्टियों में बाहर घूमना बेहद जरूरी होता है. अगर आप घर पर बैठे रहने की बजाय कहीं घूम आते हैं तो यह आपके मेंटल हेल्थ को बूस्ट करता है. आपकी कार्य क्षमता बढ़ जाती है. यही नहीं, यह आपको मानसिक शांति देने का भी काम करता है तो बेहतर होगा कि जब भी आपके पास समय हो बैग पैक करें और कहीं निकल पड़ें. यकीन मानिए, आप पहले से कहीं बेहतर तरीके से काम कर पाएंगे और तनाव को झेलने की क्षमता महसूस करेंगे.
आइए जानते हैं छुट्टियों में बाहर घूमना क्यों जरूरी है.
तनाव करता है कम: वेबएमडी के मुताबिक, बाहर घूमने से मानसिक तनाव और चिंता कम होती है और मन शांत होता है. जिससे हमें एक नई एनर्जी महसूस होती है. तनाव कम होने से से हमारे मूड में भी सुधार होता है.
शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार: बाहर घूमने से न केवल मानसिक बल्कि शारीरिक सेहत में भी सुधार होता है. ताजगी भरी हवा, धूप और हल्की-फुल्की फिजिकल एक्टिविटी हमारे बॉडी को फिट करने के काम आती है.
बढ़ती है क्रिएटिविटी: बाहर घूमने से हमारी क्रिएटिविटी बढ़ती है और हम किसी विषय पर बेहतर तरीके से सोच सकते हैं. नए-नए स्थानों पर घूमने से हमारे दिमाग को नई प्रेरणा और दृष्टिकोण मिलते हैं.
बेहतर होता है सोशल कनेक्शन: अगर आप बाहर घूमते फिरते रहते हैं तो इससे सोशल कनेक्शन बढ़ता है और दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताने से हमारे रिश्ते गहरे और रीयल बनते हैं.
एकाग्रता में सुधार: बाहर घूमने से हमारी एकाग्रता की क्षमता में भी सुधार होता है. खुली हवा में समय बिताने से हमारा दिमाग फ्रेश हो जाता है और हम बेहतर तरीके से काम कर पाते हैं.
नींद में सुधार: जब आप ट्रैवल करते हैं तो इससे नींद की गुणवत्ता में भी सुधार होता है. ताजगी भरी हवा और रोशनी हमारे शरीर के बायोलॉजिकल टाइम को बैलेंस करती है और इस तरह नींद अच्छी आती है.
पॉजिटिविटी: बाहर घूमने से हमारी सोच में जबरदस्त सुधार आता है और हम पॉजिटिव होकर निर्णय ले पाते हैं. इसलिए अगर परेशान हों तो एक छोटा वेकेशन लें और इसके बाद ही किसी निर्णय पर बात करें.