#GuruPurnima आज का दिनः रविवार, 21 जुलाई 2024, गुरु पूजा से ज्ञान, विद्या और पुण्य बढ़ता है!

GuruPurnima आज का दिनः रविवार, 21 जुलाई 2024, गुरु पूजा से ज्ञान, विद्या और पुण्य बढ़ता है!

प्रेषित समय :09:37:18 AM / Sun, Jul 21st, 2024
Reporter : reporternamegoeshere
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- प्रदीप लक्ष्मीनारायण द्विवेदी (व्हाट्सएप- 8302755688)
* गुरु पूर्णिमा - रविवार, 21 जुलाई 2024
* पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ - 20 जुलाई 2024  को 17:59 बजे
* पूर्णिमा तिथि समाप्त - 21 जुलाई 2024 को 15:46 बजे
गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुः गुरुर्देवो महेश्वरः।
गुरुः साक्षात् परं ब्रह्म तस्मै श्री गुरवे नमः॥
भावार्थः जीवन में अंधकाररूपी अज्ञानता को दूर करनेवाले गुरु ही ब्रह्मा हैं, गुरु ही विष्णु हैं, गुरु ही शिव हैं; गुरु ही साक्षात् परब्रह्म.... परमगुरु हैं, ऐसे सद्गुरु को प्रणाम! 

* गुरु पूर्णिमा पर महर्षि वेदव्यास सहित ब्रह्मा, विष्णु और महेश की पूजा की जाती है.
* इस अवसर पर अपने इष्ट देव की गुरु स्वरूप पूजा करें.
* इसके बाद, किसी भी बालक के माता-पिता उसके प्रथम गुरु होते हैं, उनकी पूजा करनी चाहिए.
* अपने अनुभव के आधार पर इस जगत में आप जिसे अपना सच्चा गुरु मानते हैं, उनकी पूजा करनी चाहिए.
* भविष्योत्तर पुराण के अनुसार गुरु पूजा से ज्ञान, विद्या और पुण्य बढ़ता है.
* गुरु पूर्णिमा के दिन सवेरे पवित्र स्नान करके गुरु के पास जाना चाहिए.
* गुरु को ऊंचे आसन पर बैठाकर फूलों की माला पहनाकर, चरणस्पर्श करें, आशीर्वाद लें और यथाशक्ति गुरु दक्षिणा प्रदान करनी चाहिए!
श्री त्रिपुरा सुंदरी धर्म-कर्म पंचांग : 21 जुलाई 2024
* सूर्योदय 05:57, सूर्यास्त 19:20
* चन्द्रोदय 19:38
* शक सम्वत 1946, विक्रम सम्वत 2081
* अमान्त महीना आषाढ़, पूर्णिमान्त महीनाआषाढ़
* वार रविवार, पक्ष शुक्ल, तिथि पूर्णिमा - 15:46 तक, नक्षत्र उत्तराषाढा - 00:14, (22 जुलाई 2024) तक, योग विष्कम्भ - 21:11 तक, करण बव - 15:46 तक, द्वितीय करण बालव - 02:31, (22 जुलाई 2024) तक
* सूर्य राशि कर्क, चन्द्र राशि धनु - 07:27 तक
* राहुकाल 17:39 से 19:20
* अभिजित मुहूर्त 12:12 से 13:05
 रविवार चौघड़िया- 21 जुलाई 2024
* दिन का चौघड़िया

उद्वेग - 05:57 से 07:38
चर - 07:38 से 09:18
लाभ - 09:18 से 10:58
अमृत - 10:58 से 12:39
काल - 12:39 से 14:19
शुभ - 14:19 से 15:59
रोग - 15:59 से 17:39
उद्वेग - 17:39 से 19:20
* रात्रि का चौघड़िया
शुभ - 19:20 से 20:40
अमृत - 20:40 से 21:59
चर - 21:59 से 23:19
रोग - 23:19 से 00:39
काल - 00:39 से 01:59
लाभ - 01:59 से 03:18
उद्वेग - 03:18 से 04:38
शुभ - 04:38 से 05:58
* चौघडिय़ा का उपयोग कोई नया कार्य शुरू करने के लिए शुभ समय देखने के लिए किया जाता है.
* दिन का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* रात का चौघडिय़ा- अपने शहर में सूर्यास्त से अगले दिन सूर्योदय के बीच के समय को बराबर आठ भागों में बांट लें और हर भाग का चौघडिय़ा देखें.
* अमृत, शुभ, लाभ और चर, इन चार चौघडिय़ाओं को अच्छा माना जाता है और शेष तीन चौघडिय़ाओं- रोग, काल और उद्वेग, को उपयुक्त नहीं माना जाता है.
* यहां दी जा रही जानकारियां संदर्भ हेतु हैं, स्थानीय समय, परंपराओं और धर्मगुरु-ज्योतिर्विद् के निर्देशानुसार इनका उपयोग कर सकते हैं, क्योंकि यहां दिया जा रहा समय अलग-अलग शहरों में स्थानीय समय के सापेक्ष थोड़ा अलग हो सकता है.
* अपने ज्ञान के प्रदर्शन एवं दूसरे के ज्ञान की परीक्षा में समय व्यर्थ न गंवाएं क्योंकि ज्ञान अनंत है और जीवन का अंत है!
आज का राशिफल -
मेष राशि:- परिवार के छोटे सदस्यों की अध्ययन संबंधी चिंता रह सकती है। दुष्टजनों से सावधान रहें। कोई कारोबारी बड़ा सौदा बड़ा लाभ दे सकता है। शेयर मार्केट से मनोनुकूल लाभ होगा। जल्दबाजी न करें।

वृष राशि:- शत्रुता बढ़ सकती है। वाणी में नियंत्रण आवश्यक है। कुंआरों के लिए वैवाहिक प्रस्ताव आ सकता है। शारीरिक समस्या हो सकती है। कोर्ट व कचहरी के कार्यों में अनुकूलता रहेगी। नौकरी में मातहतों का सहयोग प्राप्त होगा।

मिथुन राशि:- वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग में सावधानी रखें। शारीरिक हानि व कष्ट संभव है। पुरानी व्याधि पर व्यय होगा। किसी अपने ही व्यक्ति से अकारण विवाद हो सकता है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। प्रतिद्वंद्विता में वृद्धि होगी।

मिथुन राशि:- धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। किसी धार्मिक आयोजन में भाग लेने का अवसर प्राप्त हो सकता है. आएंगे। व्यापार-व नौकरी में कार्यभार बढ़ सकता है ऐसे लोगो का सो किराना सबन्ध क्षेत्र से व्यापार कर ते है। लेन-देन में सावधानी रखें। थकान रहेगी।

कर्क राशि:- नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। सामाजिक कार्य करने की प्रेरणा मिलेगी। मान-सम्मान मिलेगा। नए कारोबारी अनुबंध हो सकते हैं। पुराना रोग उभर सकता है। दुष्टजनों से दूरी बनाए रखें। निवेश में विवेक से कार्य करें।

कन्या राशि:- बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे।  कारोबारी कामकाज मनोनुकूल लाभ देंगे। नौकरी में सुख-शांति बनी रहेगी। शारीरिक कष्ट संभव है। अनहोनी की आशंका रहेगी। आराम के साधन व समय पर्याप्त प्राप्त होंगे। सेहत का विशेष ध्यान रखें।

तुला राशि:- अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। हाथ तंग रहेगा। किसी व्यक्ति से व्यर्थ में विवाद हो सकता है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। भावनाओं को वश में रखें। दिल की बात किसी को नहीं बतलाएं। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। बड़ों की सलाह लें। लाभ होगा। चोट व रोग से बचें।

वृश्चिक राशि:- बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता प्राप्त होगी। कारोबार में वृद्धि के योग हैं। लेन-देन में जल्दबाजी न करें।

धनु राशि:- किसी भी कानूनी फेर में न पड़ें। वाणी पर संयम रखें। मस्तिष्क पीड़ा हो सकती है। दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। घर में अतिथियों का आगमन होगा। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। निर्णय लेने की क्षमता बढ़ेगी।

मकर राशि:- दांपत्य जीवन सुखमय व्यतीत होगा। प्रसन्नता में वृद्धि होगी। किसी भी विवाद में न पड़ें। प्रयास सफल रहेंगे। मित्रों का सहयोग कर पाएंगे। सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। कोई बड़ा कार्य तथा लंबे प्रवास का मन बनेगा। व्यापार-व्यवसाय अनुकूल चलेगा। धनार्जन नही होगा।

कुम्भ राशि:- पुराना रोग परेशानी का कारण रह सकता है। किसी व्यक्ति से बेवजह विवाद संभव है। क्लेश रहेगा। मन में दुविधा रहेगी। दूर से दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है। आवश्यक वस्तु गुम हो सकती है। चिंता तथा तनाव रहेंगे। जल्दबाजी में निर्णय न लें।

मीन राशि:- शारीरिक कष्ट संभव है। चोट व रोग से बचें। आराम के साधनों पर खर्च होगा। लेखन व पठन-पाठन में समय व्यतीत हो सकता है। सफलता प्राप्त करेंगे। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। किसी प्रतिभाशाली व्यक्ति का सहयोग मिलेगा।
 * आचार्य पं. श्रीकान्त पटैरिया (ज्योतिष विशेषज्ञ)  वाट्सएप नम्बर 7879372913
* यहां राशिफल चन्द्र के गोचर पर आधारित है, व्यक्तिगत जन्म के ग्रह और अन्य ग्रहों के गोचर के कारण शुभाशुभ परिणामों में कमी-वृद्धि संभव है, इसलिए अच्छे समय का सद्उपयोग करें और खराब समय में सतर्क रहें./