उत्तराखंड: टिहरी में बादल फटने से तबाही, 16 घर मलबे में दबे, दो की मौत, बदरीनाथ हाईवे बंद

उत्तराखंड: टिहरी में बादल फटने से तबाही, 16 घर मलबे में दबे, दो की मौत, बदरीनाथ हाईवे बंद

प्रेषित समय :10:16:34 AM / Sun, Jul 28th, 2024
Reporter : reporternamegoeshere
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देहरादून. उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में भारी वर्षा से  मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। राज्य के टिहरी जिले में बादल फटने, भूस्खलन और नदी-नालों के उफनाने की घटनाओं से बड़ा नुकसान हुआ है। बूढ़ाकेदार के तोली और तिनगढ़ गांव में वर्षा आफत बनकर बरसी। तोली में बादल फटने से हुए भूस्खलन से मकान ध्वस्त हो गया। मलबे में दबकर मां-बेटी की जान चली गई। घर के तीन सदस्यों ने किसी तरह भागकर जान बचाई।

तिनगढ़ गांव में प्रशासन ने सूझबूझ दिखाते हुए पूरे गांव के लगभग 80 घरों को सुबह ही खाली कराकर परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर भेज दिया था, लेकिन शाम को भूस्खलन से यहां 15 मकान ध्वस्त हो गए। प्रशासन की टीम राहत और बचाव कार्य में जुटी है। टिहरी जिले के झाला गांव में धर्मगंगा नदी के उफान में आने से झोपड़ी बह गई। इससे मां-बेटी लापता हो गईं। दो लोगों ने भागकर जान बचाई। पर्वतीय क्षेत्रों में अब भी 51 ग्रामीण मार्ग बंद हैं।

केदारनाथ यात्रा मार्ग पर भूस्खलन होने के कारण यात्रियों को नौ घंटे तक रोका गया। यहां करीब 2500 यात्री फंसे रहे। बदरीनाथ हाईवे कंचनगंगा के पास 12 घंटे से अधिक समय तक बंद रहा। उत्तरकाशी में गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग भी चार घंटे बाधित रहा।