देहरादून। उत्तराखंड के टिहरी में भिलंगना ब्लॉक के नौताड़ तोक में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ. नौताड़ तोक में एक होटल बह गया, जिससे दो लोगों की मौत हो गई. वहीं चारधाम यात्रा पर केदारनाथ धाम गए करीब 200 यात्री फंस गए. इनको निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. टिहरी में होटल बहने से उसके मालिक भानु प्रसाद (50), उनकी पत्नी नीलम देवी (45) और बेटे विपिन (28) लापता हो गए. रेस्क्यू के दौरान भानु और उनकी पत्नी नीलम का शव घटनास्थल से 100 मीटर दूरी पर बरामद कर लिया गया. वहीं, बेटा अभी भी लापता है.
उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों के लिए बारिश आफत बन गई है. बुधवार रात टिहरी के भिलंगना ब्लॉक के नौताड़ तोक में बादल फटने से तबाही मच गई. अचानक पहाड़ के ऊपर से आया पानी एक होटल को बहा ले गया. वहीं कई पशु भी उसी पानी में बहते चले गए. हादसे के समय होटल में कोई यात्री नहीं था. सिर्फ होटल मालिक भानु प्रसाद, उनकी पत्नी नीलम देवी और बेटा विपिन था. ये तीनों पानी में बह गए. हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस और SDRF की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए पहुंची. रेस्क्यू टीम ने घटनास्थल से 100 मीटर की दूरी पर भानु प्रसाद और उनकी पत्नी नीलम का शव बरामद किया. वहीं बेटे विपिन की तलाश जारी है.
तेज हवाओं के साथ झमाझम बारिश से कई पहाड़ी नदियों का जलस्तर भी बढ़ गया है. केदारनाथ धाम की बात करें तो भारी बारिश के कारण भीमबली में एमआरपी के पास 20 से 25 मीटर पैदल रास्ता क्षतिग्रस्त हो गया है. रास्ते में बड़े-बड़े बोल्डर आ गए हैं. 200 यात्रियों को भीमबली GMVN में सुरक्षित रोका गया है. वहीं मंदाकिनी नदी का जलस्तर बढ़ने के करण मंदिर को पूरी तरह से खाली करवा दिया गया है. वहीं सोनप्रयाग में नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण पार्किंग खाली करा दी गई है. यहां कोई जनहानि नहीं हुई है.