सागर. मध्य प्रदेश के सागर जिले के शाहपुर में रविवार को सुबह हृदय विदारक घटना ने पूरे क्षेत्र में गम में डुबा दिया। हरदौल मंदिर में शिवलिंग निर्माण एवं भागवत कथा का आयोजन चल रहा है। सावन के महीने में यहां सुबह से शिवलिंग बनाए जा रहे हैं। रविवार को भी शिवलिंग बनाने का काम शुरू हुआ। रविवार को अवकाश का दिन होने की वजह से शिवलिंग बनाने के लिए आठ से 14 साल के बच्चे भी बड़ी संख्या में पहुंचे। वे सुबह जब शिवलिंग बना रहे थे, तभी मंदिर परिसर के बाजू वाली पुरानी एक कच्ची दीवार भराभराकर गिर गई।
जिससे 8 बच्चों की मौत हो गई है. मिली जानकारी के मुताबिक जर्जर दीवर के नजदीक रुद्री निर्माण (शिवलिंग) का काम चल रहा था. जो बच्चे रुद्री निर्माण कर रहे थे उन्हीं के ऊपर भर भराकर दीवार गिर गई. हादसे की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गई. स्थानीय विधायक और पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव मौके पर मौजूद हैं. फिलहाल बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
सागर में हुए हादसे के बाद अब सरकार भी एक्शन मोड पर आ गई है. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हादसे के जांच के आदेश दे दिए हैं. इसके साथ ही 4 लाख के मुआवजे का ऐलान किया गया है. सीएम मोहन यादव ने कहा है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.
मालूम हो कि शनिवार को रीवा में भी दीवार गिरने से 4 बच्चों की मौत हो गई थी. तो वहीं अब इस मुद्दे पर कांग्रेस ने सरकार को घेरने की कोशिश की है. भोपाल में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि पूरे मध्य प्रदेश में स्कूलों की हालत स्थिति जर्जर है. टीचर नहीं है. बिना भवनों के स्कूलों की भरमार है. 50 लाख बच्चे पिछले 10 साल में स्कूल छोड़ चुके हैं. रीवा में दीवार डह गई, प्रशासन ने इसकी सूद नहीं ली. यह दुर्घटना नहीं यह हत्या थी. इस हत्या का जिम्मेदार सरकार है, मध्य प्रदेश की सरकार और शिक्षा विभाग है.