पटना. झारखंड की राजनीति में इस वक्त हलचल तेज है और जल्दी ही कोई बड़ा खेल होने वाला है. झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन दिल्ली में जमे हुए हैं. जानकारी के अनुसार वे बीजेपी नेताओं के संपर्क में हैं. वहीं, जेएमएम वेट एंड वाच की स्थिति में है और जेएमएम को चंपई सोरेन के अगले कदम का इंतजार है. लेकिन, इसका असर न सिर्फ JMM पर पड़ेगा, बल्कि इसका प्रभाव झारखंड की महागठबंधन की सरकार पर भी पड़ सकता है. बल्कि, दिलचस्प ये कि अब झारखंड की राजनीतिक उठापटक की आंच बिहार की सियासत पर भी पड़ने की संभावना बढ़ गई है. कम से कम नीतीश कुमार के एक करीबी मंत्री के दावे से यही बात निकलकर आ रही है.
दरअसल, झारखंड की राजनीति में पल पल बदल रहे राजनीतिक घटनाक्रम का प्रभाव बिहार में भी पड़ने की संभावना दिखने लगी जब नीतीश कुमार के करीबी बिहार के ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी ने बड़ा दावा कर दिया. उन्होंने कहा कि जो कुछ झारखंड में महागठबंधन की सरकार के साथ हो रहा है, उनके विधायक विद्रोह कर बीजेपी का दामन थामने की तैयारी कर रहे हैं, ऐसा ही बिहार में भी महागठबंधन के विधायकों के साथ बहुत जल्द होने वाला है.
अशोक चौधरी दावा करते हुए कहते हैं कि बिहार में आरजेडी और कांग्रेस के कई विधायक एनडीए के संपर्क में हैं और बहुत जल्द वैसे विधायक हमारे साथ होंगे. अशोक चौधरी कहते हैं कि आज झारखंड में जो कुछ हो रहा है तब इन लोगों की बेचैनी बढ़ रही है और आरोप लगा रहे हैं, लेकिन जब कुछ महीना पहले महागठबंधन के लोग हमारे विधायकों को तोड़कर सरकार गिराने की कोशिश में लगे हुए थे, लेकिन वो अपने मंसूबे में सफल नहीं हो पाए तब क्यों नहीं ज़ुबान खुली थी.
अशोक चौधरी बिहार में आरजेडी और कांग्रेस विधायकों की नाराजगी की वजह भी बताते हैं जिसके कारण वो एनडीए के संपर्क में आए. कई विधायकों को आरजेडी और कांग्रेस के नेतृत्व ने बड़े बड़े सपने दिखाए, टिकट देने का वादा किया लेकिन कुछ किया नहीं वैसे विधायकों की नाराजगी अब खुलकर सामने आएगी और बहुत जल्द ऐसे विधायक हमारे साथ होंगे.
अशोक चौधरी के दावे पर सियासत गर्म हो गई साथ ही पलटवार भी महागठबंधन की तरफ से शुरू हो गया. आरजेडी की प्रवक्ता एजया यादव कहती है जदयू के नेता खुशफहमी में हैं और उनका दावा भी हवा में उड़ जाएगा. जदयू पहले अपने विधायकों को बचा ले जो टूटने के लिए तैयार हैं, महागठबंधन के तमाम विधायक पूरी तरह से एकजुट हैं.