उत्तराखंड की सरोवर नगरी नैनीताल अपनी सुंदरता के लिए दुनियाभर में मशहूर है. वैसे तो यहां घूमने फिरने की कई जगहें हैं. इसके साथ ही यहां आकर पर्यटक कई तरह की एक्टिविटी का आनंद भी ले सकते हैं. इन्हीं में से एक नैनीझील की नौकायन है, जो पर्यटकों को बेहद आकर्षित करती है.
नैनीझील में 3 तरह की चप्पू वाली रोइंग बोट, पैडल बोट और पाल नौका चलती हैं, लेकिन इन सब में चप्पू वाली नाव की सवारी का रोमांच अपने आप में बेहद खास है. इसमें एक बार में 4 लोग नौकायन का लुत्फ उठा सकते हैं. जिसका किराया बड़े राउंड का 420 रुपए और छोटे राउंड का 320 रुपए है. वहीं, नौकायन के दौरान पर्यटकों को लाइफ जैकेट पहनना अनिवार्य है.
सन 1909 में नैनीताल में 9 रोइंग बोर्ड के साथ नौकायन की शुरुआत हुई थी. उससे पहले नैनीताल की नैनीझील में नरसिंह नाम के भारतीय नौकायन किया करते थे, लेकिन जब ब्रिटिश व्यापारी पीटर बैरन नैनीताल आया, तो पीटर बैरन ने नरसिंह के साथ नौकायन करते समय उनसे धोखे से कुछ पेपर में दस्तखत करवाए थे, जो नियमों के खिलाफ थे. इसके बदले में उसे यहां का पटवारी नियुक्त कर दिया गया था. उसके बाद अंग्रेजों का नैनीताल में आगमन हुआ और यहां की नैनीझील में नौकायन भी शुरू किया गया.
नैनीताल आने वाले पर्यटक भी नैनीझील में नौकायन का आनंद लेते हैं. पर्यटकों की पहली पसंद चप्पू वाली नाव में नौकायन करना होता है. लखनऊ से नैनीताल पहुंची पर्यटक मायरा ने बताया कि उन्हें नैनीझील में चप्पू वाली नाव में नौकायन करके बेहद अच्छा लगा. ये उनके जीवन का सबसे अच्छा अनुभव है. नाव को पहले नीचे की तरफ ले जाया गया और फिर ऊपर की तरफ लाया गया. ये बेहद रोमांच से भरा अनुभव था. उन्होंने आगे बताया की मानसून के इस समय वो हर साल यहां माल रोड घूमने और चप्पू वाली नाव में नौकायन करने आती हैं.