इजराइल की लेबनान पर भीषण एयरस्ट्राइक: हिजबुल्लाह के ठिकानों पर किए 1600 हमले

इजराइल की लेबनान पर भीषण एयरस्ट्राइक: हिजबुल्लाह के ठिकानों पर किए 1600 हमले

प्रेषित समय :09:11:42 AM / Tue, Sep 24th, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर

तेल अवीब। इजराइल ने 1600 से ज्यादा हमले कर पूरे लेबनान को तबाह किए जाने का दावा किया जा रहा है. 1990 के बाद लेबनान पर ये इजराइल का सबसे बड़ा हमला बताया जा रहा है।  इस हमले में 492 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की खबर है. करीब 2000 लोग घायल हैं. हालांकि इजराइली पीएम नेतन्याहू ने साफ कर दिया है कि उनकी लेबनान के लोगों से कोई दुश्मनी नहीं है. हिजबुल्लाह के ठिकानों को उन्होंने निशाना बनाया है. नागरिकों को हमले से पहले ही हिजबुल्लाह के ठिकानों से दूर चले जाने की अपील की थी. इस हमले के बाद अमेरिका समेत अरब देशों के बीच एक बार फिर तनातनी बढ़ती दिख रही है. गाजा के बाद इजराइल के इस नए वॉर जोन पर दुनिया की नजरें टिकी हैं.

कुछ घंटों में ही इजराइल ने एयरबेस पर अटैक का बदला ले लिया और बदला भी ऐसा लिया कि पूरा लेबनान दहल गया. इतना विध्वंसक हमला इजराइल ने लेबनान पर पहले कभी नहीं किया. इस बार इजराइल ने ना सिर्फ रिहायशी इलाकों पर बम गिराए, बल्कि हिजबुल्लाह के अंडरग्राउंड ठिकानों को भी नष्ट कर दिया.

हिजबुल्लाह के लड़ाके अंडरग्राउंड ठिकानों को छोड़कर भाग गए, जबकि इससे कुछ घंटे पहले हिजबुल्लाह इजराइल को दहलाने की तैयारी में था, लेकिन मोसाद के इनपुट पर IDF ने हिजबुल्लाह का हमला भी नाकाम कर दिया और उसके रॉकेट और मिसाइल लॉन्चिंग साइट को भी बर्बाद कर दिया.

इससे पहले हिजबुल्लाह ने इजराइल पर ताबड़तोड़ हमले किए थे, अगर इजराइल हमले नहीं करता तो हिजबुल्लाह एक और बड़े हमले की तैयारी में था. मोसाद का इनपुट था कि हिजबुल्लाह 3DR मिसाइल से हमले करने वाला था. 3DR मिसाइल की रेंज 200 किलोमीटर है और 300 किलो विस्फोटक ले जाकर हमला करने में सक्षम है, यानी 21-22 सितंबर की रात को हमले करने के बाद 23 सितंबर की सुबह भी हिजबुल्लाह इजराइल के रिहायशी इलाकों पर हमले करके तबाही मचा देता, अगर वक्त पर इजराइल ने जवाबी कार्रवाई नहीं की होती.

इजराइल ने 23 सितंबर की सुबह हिजबुल्लाह के उन तमाम मिसाइल लॉन्च साइट को नष्ट कर डाला, जहां से वो हमले करने वाला था. इसके अलावा इजराइल का प्लान है कि दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह को कमजोर करके वहां एक डिफेंस लाइन तैयार की जाए. साथ ही लोगों को एक अलग इलाके में बसाया जाए,जिससे वहां हिजबुल्लाह का कंट्रोल पूरी तरह खत्म किया जा सके और उत्तरी बॉर्डर पर यहूदी कॉलोनी को फिर से बसाया जा सके.