हाथरस। एक स्कूल के डायरेक्टर ने अपने स्कूल के शिक्षकों के साथ मिलकर बड़े वारदात को अंजाम दे डाला. आरोप है कि स्कूल की सफलता के लिए डायरेक्टर ने स्कूल के अन्य शिक्षकों के साथ मिलकर 7 साल के एक बच्चे की बलि दे दी, जो स्कूल के दूसरी क्लास का छात्र था और स्कूल के ही हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करता था.
वारदात को इस सप्ताह की शुरुआत में अंजाम दिया गया था. पुलिस ने पड़ताल शुरू की तो पता चला कि आरोपियों ने स्कूल की सफलता और प्रसिद्धि के लिए कक्षा 2 के छात्र की 'बलि' दी थी. पुलिस ने गुरुवार को कहा कि सहपऊ पुलिस स्टेशन की सीमा के अंतर्गत रसगवां में डीएल पब्लिक स्कूल के डायरेक्टर और तीन शिक्षकों समेत पांच लोगों को मामले में उनकी कथित संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया गया है.
जांच में पता चला कि बघेल के पिता काले जादू और तांत्रिक अनुष्ठानों में विश्वास करते थे और अपने बेटे और तीन शिक्षकों के साथ मिलकर उनका मानना था कि एक बच्चे की बलि देने से उन्हें सफलता और प्रसिद्धि मिलेगी. अग्रवाल ने कहा कि जशोधन ने पहले भी एक लड़के को मारने की कोशिश की थी, हालांकि वह सफल नहीं हुआ था. डीएल पब्लिक स्कूल में लगभग 600 छात्र हैं और जिस छात्रावास में लड़के की हत्या हुई, उसमें कक्षा 1 से 5 तक के बच्चे रहते हैं. मृतक छात्र दिल्ली की एक निजी फर्म में सॉफ्टवेयर इंजीनियर कृष्ण कुशवाहा का बेटा था. सोमवार की सुबह, छात्रावास के एक कर्मचारी और अन्य छात्रों ने लड़के को छात्रावास के बिस्तर पर बेहोश पाया.