नई दिल्ली. केंद्र सरकार ने देश के 11,72,240 रेलवे कर्मचारियों के लिए 78 दिनों के वेतन के बराबर प्रोडक्टिविटी लिंक्ड बोनस (PLB) की घोषणा की है. इस बोनस की कुल लागत 2,028.57 करोड़ रुपये होगी. यह बोनस ट्रैक मेंटेनर, लोको पायलट, ट्रेन मैनेजर (गार्ड), स्टेशन मास्टर, टेक्नीशियन, सुपरवाइजर, पॉइंट्समैन, और अन्य ग्रुप C व D के कर्मचारियों को मिलेगा. इस बोनस का उद्देश्य रेलवे के कर्मचारियों को उनके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित करना है. 2023-24 में रेलवे ने 1,588 मिलियन टन का रिकॉर्ड माल ढुलाई और 6.7 बिलियन यात्रियों को सफर कराया. पिछले साल भी सभी गैर-राजपत्रित कर्मचारियों को 78 दिनों का बोनस दिया गया था, जिससे कर्मचारियों की उत्साहवर्धन और बेहतर कामकाज के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को बल मिला.
सरकार ने कहा, "वर्ष 2023-2024 में रेलवे का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा. रेलवे ने 1588 मिलियन टन का रिकॉर्ड माल लोड किया और लगभग 6.7 बिलियन यात्रियों को ले जाया. इस रिकॉर्ड प्रदर्शन में कई कारकों का योगदान रहा. इनमें रेलवे में सरकार द्वारा रिकॉर्ड पूंजीगत व्यय के कारण बुनियादी ढांचे में सुधार, परिचालन में दक्षता और बेहतर तकनीक आदि शामिल हैं. इसलिए इस बार भी, कर्मचारियों को अधिकतम 17,951 रुपये का बोनस मिलेगा, जो कि 78 दिनों के वेतन के बराबर है. 2022 में, केंद्र ने 11 लाख से अधिक रेलवे कर्मचारियों को प्रति कर्मचारी 17,951 रुपये का 78-दिवसीय दिवाली बोनस दिया, जिसकी कुल राशि 1,832 करोड़ रुपये थी.