नई दिल्ली. चक्रवात 'दाना' को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है. भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि अब यह चक्रवात कमजोर होकर दबाव क्षेत्र में बदल गया है. यह दबाव क्षेत्र उत्तरी ओडिशा में स्थित है और अगले 12 घंटों में यह और कमजोर होकर अप्रभावी हो जाएगा. आज से भारी बारिश या मछुआरों के लिए कोई चेतावनी नहीं दी गई है. चक्रवात 'दाना' से अब कोई बड़ा खतरा नहीं है, जिससे तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को राहत मिली है. चक्रवात ‘डाना’ ने शुक्रवार को ओडिशा के तट पर दस्तक दी थी, जिससे राज्य के कई हिस्सों में भारी तबाही मच गई. खासकर कृषि क्षेत्र और सार्वजनिक बुनियादी ढांचे को चक्रवात से काफी नुकसान हुआ है.
राज्य के अधिकारियों के प्रारंभिक अनुमान के मुताबिक, लगभग 1.75 लाख एकड़ (69,995 हेक्टेयर) खेती योग्य भूमि पर खड़ी फसलें नष्ट हो गईं, जबकि 2.80 लाख एकड़ (1,12,310 हेक्टेयर) भूमि चक्रवात की भारी बारिश और जल भराव के कारण डूब गई है.
ओडिशा सरकार ने तुरंत कार्रवाई करते हुए कृषि और राजस्व विभागों की संयुक्त टीमों को फसल के नुकसान का आकलन करने के निर्देश दिए हैं. इन टीमों की निगरानी जिलाधिकारियों द्वारा की जाएगी. इस आकलन का उद्देश्य 33 प्रतिशत से अधिक नुकसान का सही-सही पता लगाना है, ताकि प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा दिया जा सके. चक्रवात के कारण लगभग 8 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया, जो एक एहतियाती कदम था. जैसे ही मौसम में सुधार हुआ, लोगों को धीरे-धीरे अपने घर लौटने की अनुमति दी गई.
चक्रवात ‘दाना’ के कारण राज्य के कई जिलों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई. 22.42 लाख से अधिक घरों में बिजली की आपूर्ति प्रभावित हुई. ऊर्जा विभाग की टीमें तेजी से बहाली के काम में जुट गईं. शुक्रवार शाम तक 14.8 लाख घरों में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई थी. शेष क्षेत्रों में भी बिजली आपूर्ति को जल्द से जल्द बहाल करने के प्रयास जारी हैं. ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव हेमंत शारा ने केन्दापारा और भद्रक जिलों का दौरा किया, जहां बुनियादी ढांचे को गंभीर नुकसान हुआ है.