अभिमनोज
अदालत का कार्य है आदेश देना, लेकिन उसको लागू करवाने की जिम्मेदारी सरकार की है, यह बात अलग है कि अक्सर ऐसे मामलों में सरकार नाकामयाब रहती है?
यही वजह है कि दीपावली पर पटाखों पर बैन का हश्र भी शराबबंदी जैसा ही हुआ है!
कुछ राज्यों में शराबबंदी है, लेकिन यह कानूनी मजाक से ज्यादा कुछ नहीं है, ठीक ऐसे ही दीपावली पर पटाखों पर बैन भी बेअसर रहा है.
खबरें हैं कि.... देश की राजधानी दिल्ली में दीपावली की रात जमकर आतिशबाजी हुई, सारे नियम और आदेश बेअसर रहे.
दिल्ली पूरा शहर धुआं-धुआं हो गया, तो आतिशबाजी के कारण दिल्ली की हवा बेहद जहरीली हो गई.
इसका सबसे बड़ा कारण है पटाखों की उपलब्धता.
कायदे से जो पटाखे सबसे ज्यादा प्रदूषण फैलाते हैं, उनके उत्पादन पर ही रोक लगनी चाहिए.
जब तक ऐसे सख्त कदम नहीं उठाए जाएंगे, तब तक सरकार के कागजी निर्देश बेअसर ही रहेंगे, क्योंकि.... कुछ लोगों के खिलाफ तो कानूनी कार्रवाई की जा सकती है, भीड़ के खिलाफ कार्रवाई करना आसान नहीं है!
दीपावली पर पटाखों पर बैन का हश्र भी शराबबंदी जैसा ही है?
प्रेषित समय :01:22:36 AM / Sat, Nov 2nd, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर