मौसम के कारण वायरल फीवर का प्रकोप आम हो गया है. इसमें सर्दी-जुकाम, खांसी, सिरदर्द, शरीर में दर्द, कमजोरी और बुखार जैसी समस्याएं हो सकती हैं. वायरल फीवर शरीर के इम्यून सिस्टम को कमजोर कर देता है, जिससे यह संक्रमण जल्दी फैलता है. ऐसे में कुछ घरेलू उपायों को अपनाकर आप इससे निजात पा सकते हैं और अपनी सेहत को सुधार सकते हैं.
1. गिलोय
गिलोय का पौधा वायरल फीवर से लड़ने के लिए एक बेहतरीन उपाय है. यह पौधा किसी भी पेड़ पर लटके हुए मिलता है. नीम के पेड़ पर पाए जाने वाला गिलोय ज्यादा फायदेमंद होता है. गिलोय के ताजे तने को तोड़कर कूट लें और 5 ग्राम गिलोय को चार कप पानी में डालकर उबालें. जब पानी घटकर एक कप रह जाए तो उसे छानकर सुबह और शाम सेवन करें. यह वायरल इन्फेक्शन से लड़कर शरीर में ऊर्जा बढ़ाता है. वायरल फीवर कैसा भी हो इसके सेवन से तीन दिनों में खत्म हो जाएगा.
2. चिरायता
चिरायता का पौधा भी वायरल फीवर के इलाज में सहायक होता है. इसके ताजे हिस्सों को तोड़कर 5 ग्राम की मात्रा में चार कप पानी में उबाल लें. जब पानी एक कप रह जाए, तो उसे छानकर सेवन करें. यह उपाय वायरल फीवर में राहत देने में बेहद प्रभावी साबित होता है. चिरायता का पौधा आप नर्सरी से खरीद सकते हैं या इसे घर में भी उगा सकते हैं. पौधा न मिलने पर बाजार से चूर्ण लेकर चूर्ण का सेवन करें.
3. सुदर्शन
सुदर्शन के पत्तों को छांव में सुखाकर उनका चूर्ण बना लें. इस चूर्ण को 5 ग्राम की मात्रा में सुबह और शाम लें. अगर सुदर्शन का पौधा न हो तो आप महासुदर्शन चूर्ण का इस्तेमाल कर सकते हैं, जो बाजार में मिलता है. यह शरीर में होने वाले वायरल इन्फेक्शन को खत्म कर वायरल फीवर से लड़ने में मदद करता है.
4. सामान्य सावधानियां
वायरल फीवर से बचने के लिए कुछ सामान्य उपायों का पालन करना जरूरी है:
– वायरल फीवर से ग्रस्त व्यक्ति से संपर्क से बचें.
– हाथों को बार-बार धोएं और सफाई का ध्यान रखें.
– पानी का अधिक सेवन करें, जिससे शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाएं.
– आसपास कहीं भी पानी जमा न होने दें, ताकि मच्छरों और कीड़ों का प्रकोप न हो.