इजरायल का लेबनान पर हमला, बच्चों समेत 40 से अधिक लोगों की मौत

इजरायल का लेबनान पर हमला, बच्चों समेत 40 से अधिक लोगों की मौत

प्रेषित समय :09:40:33 AM / Sun, Nov 10th, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर

तेल अबीब। इजरायल लेबनान पर लगातार हमले कर रहा है, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है. इस बीच, लेबनान के अधिकारियों ने पुष्टि की कि इजरायली हवाई हमलों में कई बच्चों सहित कम से कम 40 लोगों की मौत हो गई है.

लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि शुक्रवार (8 नवंबर) देर रात तटीय शहर टायर में इजरायली हमलों ने कम से कम 7 लोगों की जान ले ली. इजरायली सेना ने टायर के कई हिस्सों को खाली करने का आदेश दिया था, लेकिन हमलों से पहले किसी प्रकार का आदेश जारी नहीं किया गया था. मृतकों में दो बच्चे भी शामिल हैं, जिससे स्थिति और भी चिंताजनक बन गई है. हमलों के बाद बचाव अभियान जारी है और मृतकों की पहचान के लिए डीएनए परीक्षण किया जा रहा है.

शनिवार (9 नवंबर) को लेबनान के आसपास के शहरों में हुए हमलों में 13 लोगों की मौत हो गई, जिनमें हिजबुल्लाह और उसके सहयोगी अमल से जुड़े बचाव समूहों के 7 डॉक्टर भी शामिल थे. बाल्बेक के आसपास पूर्वी मैदानी इलाकों में भी इजरायली हमलों ने कम से कम 20 लोगों की जान ली. कुल मिलाकर, इजरायली हमलों से हजारों की मौत हो चुकी है और लाखों लोग घायल हो गए हैं.

इजरायली सेना ने बताया है कि उसने टायर और बालबेक के क्षेत्रों में हिजबुल्लाह के बुनियादी ढांचे स्थलों पर हमला किया है. इनमें लड़ाके, ऑपरेशनल अपार्टमेंट और हथियार भंडार शामिल हैं. लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने पिछले साल से इजरायल द्वारा लेबनान में किए जा रहे हमलों की रिपोर्ट दी है, जिसमें अब तक कम से कम 3,136 लोग मारे गए हैं और 13,979 लोग घायल हो चुके हैं. जिनमें 619 महिलाएं और 194 बच्चे शामिल हैं.

हिजबुल्लाह ने इजरायली हमलों का जवाब रॉकेट और ड्रोन से दिया है. शनिवार (9 नवंबर) को हिजबुल्लाह ने 20 से अधिक बार हमला किया, जिसमें उन्होंने तेल अवीव के दक्षिण में स्थित एक सैन्य कारखाने को निशाना बनाया. यह दर्शाता है कि दोनों पक्षों के बीच संघर्ष लगातार तेज हो रहा है और किसी भी तरफ से शांति की आशा कम होती जा रही है.

अक्टूबर 2023 से इजरायल और लेबनान के बीच लड़ाई तेज हो गई है. इजरायल ने अपने सैन्य अभियान को तेज किया है, जबकि हिजबुल्लाह ने भी अपने जवाबी हमलों को बढ़ावा दिया है. इस बढ़ती हिंसा ने क्षेत्र में स्थिरता को खतरे में डाल दिया है और आम नागरिकों के लिए जीवन और सुरक्षा को गंभीर खतरा बना दिया है.

Source : palpalindia ये भी पढ़ें :-