दरभंगा. पीएम मोदी ने पीएम मोदी ने राज्य को दूसरे एम्स की सौगात दी. मोदी ने कहा कि यह एनडीए सरकार ही है, जिसने मैथिली भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल किया था। झारखंड में मैथिली भाषा को दूसरे राजभाषा का दर्जा दिया। दरभंगा, सीतामढ़ी और अयोध्या रूट पर अमृत भारत टेन से काफी मदद मिली है। आज मैं दरभंगा महाराज कामेश्वर सिंह को भी योगदान रहा है। आजादी से पहले देश के विकास में काफी योगदान रहा है। मेरे संसदीय क्षेत्री काशी के विकास में भी उनका काफी योगदान रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि मैं एक बार फिर दरभंगा एम्स और अन्य विकास योजनाओं के लिए आप सभी को बधाई देता हूं। यह कहते हुए पीएम ने अपना संबोधन खत्म किया।
पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के 60 सालों तक देश में एक ही एम्स था। देशवासियों को दूर दराज से दिल्ली आना पड़ता था। काफी परेशानी का सामना करना पड़ता था। हमारी सरकार ने नए नए एम्स बनाए। आज देश में दो दर्जन एम्स हैं। मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों की संख्या बढ़ी है। डॉक्टरों की संख्या में बढोतरी हुई है। पहले डॉक्टर बनना हो तो अंग्रेजी माध्यम जरूरी था। अब डॉक्टर पढऩा है या इंजीनियरिंग पढऩा है तो वह अपनी मातृभाषा में पढ़कर अपनी पढ़ाई पूरी कर सकते हैं। यह भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर को सच्ची श्रद्धांजलि हैं। हमारी सरकार ने एक और बड़ा निर्णय लिया, इससे युवाओं को काफी फायदा होगा। देश में हिन्दी या अन्य भाषाओं में भी मेडिकल की पढ़ाई होगी। यानी अब दलित, गरीब और आदिवासी भी आसानी से डॉक्टर बन पाएंगे। पीएम मोदी ने कहा कि मुजफ्फरपुर में कैंसर का बड़ा अस्पताल बन रहा है। इससे एक ही छत के नीचे सभी तरह के कैंसर का इलाज होगा। जल्दी ही आंखों का अस्पताल भी बिहार में बन रहा।
एक योजना से देश के गरीबों के सवा लाख करोड़ रुपये बचे
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना से लाखों गरीबों का इलाज हो रहा है। अगर यह नहीं होता तो गरीब अस्पताल ही नहीं जाते हैं। अब सरकारी के साथ प्राइवेट अस्पतालों में भी इलाज हो रहा है। सवा लाख करोड़ रुपये गरीबों के बचे हैं। एक योजना से देश के गरीबों के सवा लाख करोड़ रुपये बचे हैं। अब तो 70 साल के ऊपर के बुजुर्गों को भी आयुष्मान योजना के दायरे में लाया जा रहा है। बिहार में भी 70 साल के ऊपर के बुजुर्गों के लिए मुफ्त इलाज की सुविधा शुरू हो गई है। बहुत जल्द सभी बुजुर्गों के पास आयुष्मान वय वंदन योजना का कार्ड होगा।
पिछली सरकारों में गंभीरता नहीं थी
पीएम मोदी ने कहा कि दरभंगा में एम्स का सपना साकार होने की तरफ एक बड़ा कदम उठाया है। दरभंगा एम्स से बिहार, बंगाल और नेपाल के लोगों को फायदा मिलेगा। एम्स से रोजगार और स्वरोजगार के अवसर बनेंगे। मैं दरभंगा और पूरे मिथिला को इन विकास कार्यों के लिए बधाई देता हूं। हमारे देश में सबसे बड़ी आबादी गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों के लिए है। बीमारी भी सबसे अधिक इन्हीं लोगों को प्रभावित करती है। हम सब इसी पृष्ठभूमि से आते हैं। घर में कोई बीमार पड़ता है तो कैसे पूरा परिवार संकट में आ जाता है? हम इसे समझते हैं। पहले के दौर में अस्पताल भी कम थे। डॉक्टर कम थे। दवाइयां कम थी। सरकारें सिर्फ वादों और दावों में उलझी रहती थी। यहां बिहार में जब तक नीतीश कुमार सरकार में नहीं आए थे तब तक गरीबों की चिंता को लेकर कोई गंभीरता नहीं थी। गरीबों के पास बीमारी को सहने के अलावा कोई चारा नहीं था। हमारा देश कैसे आगे बढ़े? इसके लिए हमारी सरकार ने सोच और एप्रोच बदला। हमारा पहला फोकस बीमारी से बचाव पर है। दूसरा फोकस बीमारी के इलाज पर है। तीसरा फोकस सस्ता इलाज और दवाई। चौथा फोकस छोटे शहरों में इलाज की सुविधा देना और पांचवां फोकस टेक्नोलॉजी के जरिए इलाज की व्यवस्था करना है।
Source : palpalindia
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प्रेषित समय :15:04:00 PM / Wed, Nov 13th, 2024
Reporter : पलपल रिपोर्टर